BHAGALPUR - बिहार में एक और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट शुरू करने की तैयारी है। गया और पटना के बाद अब भागलपुर के सुल्तानगंज में प्रस्तावित एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने की कवायद शुरू हो गई है। जिसके बाद बिहार में दरभंगा, पटना और गया के बाद भागलपुर से भी विमानों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।
माना जा रहा है कि सुल्तानगंज में एयरपोर्ट शुरू का प्रस्ताव अजगैबीनाथ धाम को ध्यान में रखकर बनाया गया है। वहीं भागलपुर का वर्तमान एयरपोर्ट का रनवे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के मानकों के अनुसार छोटा बताया गया है।
भागलपुर इंटरनेशनल हवाई अड्डे के लिए मसदी के पास 855 एकड़ जमीन प्रस्तावित है। इसके अलावा एप्रोच रोड और अन्य कार्यों के लिए 946.4 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। नया एयरपोर्ट 400 मीटर लंबा और 740 मीटर चौड़ा होगा। बताया जा रहा है कि इससे पहले यह हवाई अड्डा गोराडीह में बनाने का था, लेकिन उस पर सहमति नहीं बन पाई।
जिसके बाद जिला प्रशासन ने अजगैबीनाथ धाम एयरपोर्ट नाम प्रस्तावित किया है। जिला प्रशासन से सिविल प्रशासन विमानन निदेशालय को प्रस्ताव भेजा गया है। सुलतानगंज एयरपोर्ट के बनने से भागलपुर के साथ ही मुंगेर, खगड़िया, सुल्तानगंज, लखीसराय, बांका, जमुई समेत आसपास के जिलों का भी विकास है। इधर, गंगा पर सुलतानगंज-अगुवानी पुल तैयार होने के बाद बेगूसराय आदि जिलों के लोगों के लिए सुलतानगंज का सफर आसान हो जाएगा।
अभी क्या है बिहार में एयरपोर्ट की स्थिति
बिहार में वर्तमान में 15 एयरपोर्ट हैं, जिनमें 3 इंटरनेशनल 6 घरेलू, 3 एयरबेल और 3 हवाई पट्टी हैं। मुजफ्फरपुर, भागलपुर, जोगबनी, मुंगेर, रक्सौल, पूर्णिया, गोपालगंज और बिहटा एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू किया जाना है। इन सभी एयरपोर्ट का संचालन विमानापत्तन प्राधिकरण करता है। राज्य सरकार के नियंत्रण में क्षेत्रीय एयरपोर्ट हैं, जिनमें मुजफ्फरपुर, सहरसा, मुंगेर, रक्सौल, भागलपुर और बेगूसराय शामिल है। वहीं, पटना के बिहटा, पूर्णिया और गोपालगंज में सैन्य एयरबेस हैं। वहीं, बीरपुर, छपरा, और कटिहार में हवाई पट्टी बनी हुई है।
इनमें आने वाले सालों में मुजफ्फरपुर, भागलपुर, जोगबनी, मुंगेर, रक्सौल, पूर्णिया, गोपालगंज और बिहटा एयरपोर्ट भी सेवाएं शुरू होनी है। इन सभी एयरपोर्ट का संचालन विमानापत्तन प्राधिकरण करता है।