Bihar News: नारी के सम्मान में सेना मैदान में, बेतिया में तिरंगे की गूंज, ऑपरेशन सिंदूर की जीत, और पाकिस्तान को सबक—'छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं'!"
Bihar News:पश्चिम चंपारण के बेतिया में नजरबाग मैदान से एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जहां तिरंगे की लहर और देशभक्ति के नारों ने आसमान को गूंजा दिया।

Bihar News:पश्चिम चंपारण के बेतिया में नजरबाग मैदान से एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जहां तिरंगे की लहर और देशभक्ति के नारों ने आसमान को गूंजा दिया। "नारी के सम्मान में सेना है मैदान में" और "छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं" जैसे गगनभेदी नारों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद व लोकसभा सचेतक डॉ. संजय जायसवाल और बिहार सरकार की पशुपालन व मत्स्य संसाधन मंत्री रेणू देवी ने सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों के साथ मिलकर तिरंगा यात्रा निकाली। ये यात्रा भारतीय सेना के अदम्य पराक्रम और ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता के समर्थन में थी, जिसने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दुनिया को भारत की ताकत दिखाई। शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से गुजरती हुई ये यात्रा शहीद पार्क पर जाकर समाप्त हुई, लेकिन इसके नारे और जोश अभी भी बेतिया की गलियों में गूंज रहे हैं।
बेतिया का नजरबाग मैदान उस दिन देशभक्ति की लहरों से सराबोर था। सैकड़ों लोग, जिनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल थे, हाथों में तिरंगा लिए "भारत माता की जय" और "पाकिस्तान मुर्दाबाद" के नारे लगाते हुए सड़कों पर उतरे। स्थानीय सांसद डॉ. संजय जायसवाल और मंत्री रेणू देवी ने इस तिरंगा यात्रा की अगुवाई की, जो ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के शौर्य को सलाम करने का प्रतीक थी।
ऑपरेशन सिंदूर, जिसने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया, अब भारत के गौरव का पर्याय बन चुका है। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निहत्थे पर्यटकों की हत्या के बाद भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन के जरिए करारा जवाब दिया। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के 9 ठिकानों को ध्वस्त किया गया, और 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया गया। इतना ही नहीं, पाकिस्तान की सेना और सरकार को तीन दिन में घुटनों पर लाकर सीजफायर की गुहार लगवाने का काम भी भारतीय सेना ने किया।रेणू देवी ने इस मौके पर कहा, "हमारी सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के आतंकी अड्डों को नेस्तनाबूद कर दिया। पूरा देश हमारे जवानों के पराक्रम को सलाम करता है। ये तिरंगा यात्रा इस बात का सबूत है कि भारत की जनता अपनी सेना के साथ है।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस साहसिक कदम के लिए बधाई दी। ये तो वही बात हुई कि "जब भारत की सेना मैदान में उतरती है, तो दुश्मन की सात पुश्तें कांपने लगती हैं!
सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने तिरंगा यात्रा के दौरान जोश भरे अंदाज में कहा, "जो भारत को छेड़ेगा, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छोड़ेंगे नहीं। ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को साफ बता दिया कि जब-जब तुम आतंकवाद को बढ़ावा दोगे, हम तुम्हारे घर में घुसकर मारेंगे।" जायसवाल का ये बयान न सिर्फ बेतिया की जनता में जोश भर गया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। एक एक्स पोस्ट में लिखा गया, "संजय जायसवाल ने ठीक कहा—छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं! ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी।जायसवाल ने ये भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की नीति, नीयत, और निर्णायक क्षमता का प्रतीक है। ये तो वही बात हुई कि "अब भारत वो पुराना भारत नहीं, जो चुपके से सहता था। अब तो घर में घुसकर हिसाब बराबर करने वाला भारत है!"
इस तिरंगा यात्रा का एक खास पहलू था "नारी के सम्मान" का संदेश। पहलगाम हमले में कई महिलाओं और पर्यटकों की जान गई थी, जिसे "नारी के सिंदूर को उजाड़ने" की साजिश के तौर पर देखा गया। ऑपरेशन सिंदूर को न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि इसे महिलाओं के सम्मान की रक्षा से भी जोड़ा जा रहा है। रेणू देवी ने कहा, "हमारी सेना ने उन आतंकियों को सबक सिखाया, जिन्होंने हमारी बहन-बेटियों के सम्मान पर हमला किया। ये यात्रा नारी शक्ति और सेना के पराक्रम का संगम है।सैकड़ों महिलाओं की भागीदारी ने इस यात्रा को और खास बना दिया। हाथों में तिरंगा लिए महिलाएं "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम" के नारे लगाती हुईं सड़कों पर उतरीं। ये नजारा देखकर लग रहा था कि बेतिया की नारी शक्ति भी सेना के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है।
रिपोर्ट- आशिष कुमार