Bihar News : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत से मचा हड़कंप, कर्मियों ने आपसी भिड़ंत में मौत की जताई आशंका

Bihar News : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत से मचा ह

BAGAHA : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत से हड़कंप मचा है। दरअसल अबकी बार VTR में बाघिन की मौत किसी अन्य वज़हो से नहीं बल्कि दो बाघों के बीच हुईं भिड़ंत में हीं बाघिन की जान गईं है। मृत बाघिन करीब चार साल की बताई गईं है। आशंका जताई जा रही है की दो बाघों के बीच टेरिटोरी बनाने के दौरान बाघ औऱ बाघिन भिड़ गए होंगें। जिसमें इस बाघिन की मौत हो गईं है। घटना बुधवार की बताई गईं है। जिसको लेकर ख़ुद CF डॉ. नेशामणी के विभागीय कार्रवाई में जुटे हैं। बताया जा रहा है की बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व के हरनाटांड रेंज अंतर्गत कक्ष संख्या 3 एन गर्दी दोन इलाके की यह घटना है जहाँ दो बाघों में कन्फलीक्ट के बाद टाइग्रेस नें दम तोड़ दिया। 

इधर घटना की सूचना पर पहुँचे VTR के CF के नेतृत्व में पशु चिकित्सकों की टीम ने मृत बाघिन के शव का पोस्टमार्टम क़र बाघिन के शव का अंतिम संस्कार क़रवाया। जिसके बाद CF ने वन विभाग क़ो इसकी रिपोर्ट भी भेज दिया है। ख़ुद वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व के CF डॉ. नेशामणी के ने इस घटना की पुष्टि करते हुए जानकारी साझा किया है । बता दें की नेपाल औऱ उतर प्रदेश की सीमा पर स्थित वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व का दायरा 980 वर्ग किलोमीटर में वाल्मीकिनगर से मंगूराहा औऱ बेतिया तक फ़ैला हुआ है जिसके तीन डिवीज़न हैं। जबकि 8 रेंज हैं जिसमें बाघिन की मौत डिवीजन 2 के हरनाटांड वन क्षेत्र स्थित गर्दी दोन इलाके के कक्ष संख्या 3 एन में हुईं है। जिसके बाद 54 के करीब बाघों की संख्या अब घट गईं है जो निश्चित तौर पर चिंता का विषय जरूर है। लेकिन घटना स्वभाविक तौर पर घटी है। क्योंकि पश्चिम चंपारण में वीटीआर के वन प्रमंडल-2 के हरनाटाड़ स्थित कक्ष संख्या एन-3 में बुधवार कों बाघिन का शव मिला है। 

सुबह पेट्रोलिंग पर निकले वनकर्मियों ने शव देखा तो हड़कंप का माहौल बन गया। लिहाजा VTR के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक को सूचना दीं गईं । इस मामले में (सीएफ) डॉ. नेशामणि के. ने बताया कि बाघिन के शरीर पर जगह-जगह जख्म के कई निशान मिले हैं। लिहाजा बाघ से भिड़ंत में बाघिन की मौत की प्रबल आशंका है। मृत बाघिन की उम्र चार वर्ष के करीब आँकी गईं है । अक़्सर टेरिटोरी बनाने कों लेकर यह घटना घटित होनें की ज्यादा संभावना है क्योंकि दो बाघ या बाघीन कोर एरिया में अपना क्षेत्र निर्धारित करने के लिए पेड़ों पर मार्क करते हैं औऱ इसी बीच दूसरे बाघ या बाघिन के प्रवेश पर इस तरह की भिड़ंत नेचुरली हो जाया करतीं है।

बगहा से नागेन्द्र की रिपोर्ट