Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सही करने के लिए बिहार सरकार की ओर से कई कोशिशें की जा रही है। बावजूद इसके शिक्षा विभाग में कई खामियां देखने को मिल रही है। वहीं शिक्षा विभाग के द्वारा आरोपियों पर सख्त कार्रवाई भी की जा रही है। इसी कड़ी में बिहार के वैशाली जिले में शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है।
चौंकाने वाले आंकड़े आए सामने
दरअसल, सरकार के द्वारा निर्णय लिया गया था कि सूबे में अक्टूबर 2024 से शिक्षकों का वेतन विभागीय पोर्टल ई-शिक्षा कोष पर ऑनलाइन दर्ज उपस्थिति के आधार पर दिया जाएगा। इसी कड़ी में अब जिला शिक्षा विभाग ने 1 से लेकर 8 अक्टूबर के बीच ई-शिक्षा कोष पर दर्ज उपस्थिति का अवलोकन किया। जिसमें चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं।
फर्जी तरीके से दर्ज हो रही उपस्थिति
विभागीय स्तर से मिली जानकारी अनुसार, कई शिक्षकों ने इस दौरान पोर्टल पर फर्जी तरीके उपस्थिति दर्ज की है। कई शिक्षक दानापुर, पटना, समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर से पोर्टल पर फर्जी तरीके से उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। हाजीपुर की एक शिक्षिका की दो दिन की उपस्थिति हरियाणा के गुरुग्राम से पोर्टल पर अपलोड पाया गया। भगवानपुर के दो शिक्षकों और पातेपुर प्रखंज के दो शिक्षकों का पोर्टल पर इन करने से पहले ही आउट होने का समय अपलोड है।
विभाग ने 7099 शिक्षकों से मांगा स्पष्टीकरण
वहीं अब इस मामले में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कुमार शशि रंजन ने पत्र जारी कर पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करने में हुई खामियों को लेकर 7099 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने इन खामियों को लेकर शो-काज करते हुए सभी शिक्षकों से प्रखंड शिक्षा कार्यालय के माध्यम से आज यानी 15 अक्टूबर कर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं उचित जवाब नहीं मिलने पर इन शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
01 से 08 अक्टूबर तक ई-शिक्षा पोर्टल पर उपस्थिति से संबंधित आंकड़ें
विद्यालय आउट नहीं करने वाले शिक्षकों की संख्या - 5275
समय से पहले आउट होने वाले शिक्षकों की संख्या - 700
पोर्टल पर सप्ताह के कोई दिन अनुपस्थित शिक्षकों की संख्या - 864
विद्यालय के बाहर उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षकों की संख्या - 260
शिक्षकों को 10 मिनट पहले पहुंचना होता है स्कूल
बता दें कि, स्कूल खुलने का समय बच्चों के लिए सुबह 09 बजे है। वहीं शिक्षकों को दस मिनट पहले स्कूल पहुंचना होता है। शिक्षकों को अपने लाग इन या प्रधानाध्यापक के मोबाइल में स्कूल लाग इन माध्यम से विद्यालय प्रांगण में उपस्थिति दर्ज करेने का विकल्प चुनने के बाद सेल्फी फोटो लेकर अपलोड करना होता है। फिर छुट्टी के समय 04 बजकर 30 मिनट पर पोर्टल पर आउट होना होता है। दोनों बार रियल टाइम पोर्टल पर स्वत: सुरक्षित हो जाता है। वहीं इस मामले में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है।