BPSC Protest: Bihar Public Service Commission (BPSC) की परीक्षा में हुई कथित धांधली के खिलाफ बिहार के छात्र अब न्याय की मांग कर रहे हैं। इन छात्रों ने हाल ही में पटना उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की है, जिसमें परीक्षा में SOP (Standard Operating Procedure) के पालन न किए जाने के आरोप लगाए गए हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता और जन सुराज के प्रदेश उपाध्यक्ष वाई वी गिरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी और छात्रों के इस कदम का समर्थन किया। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर, छात्रों के साथ इस लड़ाई में साथ खड़े हैं, और नौ दिन से आमरण अनशन पर हैं।
BPSC परीक्षा में धांधली: छात्रों के आरोप और याचिका
13 दिसंबर 2024 को आयोजित BPSC की प्रारंभिक परीक्षा के कई केंद्रों पर SOP का पालन नहीं किया गया, जिसके कारण परीक्षा में व्यापक धांधली की आशंका जताई जा रही है। छात्रों ने बताया कि इस लापरवाही का सीधा असर मेहनती और प्रतिभावान छात्रों पर पड़ेगा, जिससे उनकी चयन की संभावना कम हो जाएगी। इसी के खिलाफ छात्रों ने पटना उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है और 15 जनवरी 2025 को सुनवाई की तिथि निर्धारित की है।
जन सुराज और प्रशांत किशोर की भूमिका
जन सुराज पार्टी ने छात्रों की इस लड़ाई में हर संभव मदद करने का वादा किया है। प्रशांत किशोर, जो जन सुराज के प्रमुख नेता हैं, इस मुद्दे पर पिछले 9 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि छात्रों के हक की लड़ाई में जन सुराज पूरी तरह उनके साथ है। जन सुराज ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोर्ट की लड़ाई में छात्रों का आर्थिक रूप से कोई बोझ नहीं पड़ेगा और वे उनका समर्थन करेंगे। वाई वी गिरी ने भी कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हस्तक्षेप करना चाहिए और प्रशांत किशोर का अनशन तुड़वाना चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील
वाई वी गिरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की कि वे इस मामले में गंभीरता से जांच करें और छात्रों की बात को सुनें। उन्होंने कहा, "हम मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वे छात्रों की समस्याओं का संज्ञान लें और प्रशांत किशोर के आमरण अनशन को समाप्त कराएं। प्रशांत जी का स्वस्थ और मजबूत होना बिहार के भविष्य के लिए आवश्यक है।"
छात्र और जनता का समर्थन
इस मुद्दे पर छात्रों के साथ-साथ जनता का भी समर्थन बढ़ता जा रहा है। प्रशांत किशोर के अनशन और जन सुराज के समर्थन से छात्रों को एक बड़ी ताकत मिली है। न्याय के लिए यह लड़ाई अब न केवल कानूनी मोर्चे पर, बल्कि जनता के दिलों में भी गूंजने लगी है।
BPSC परीक्षा में क्या धांधली हुई?
छात्रों ने आरोप लगाया है कि 13 दिसंबर 2024 को आयोजित BPSC प्रारंभिक परीक्षा में कई केंद्रों पर SOP का पालन नहीं किया गया, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठे हैं।
जन सुराज का इस मुद्दे में क्या योगदान है?
जन सुराज और उसके नेता प्रशांत किशोर इस मुद्दे पर छात्रों का पूरा समर्थन कर रहे हैं। प्रशांत किशोर पिछले 9 दिनों से आमरण अनशन पर हैं और पार्टी ने अदालत में छात्रों का आर्थिक रूप से समर्थन करने का वादा किया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से क्या अपील की जा रही है?
छात्र और जन सुराज के नेता मुख्यमंत्री से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने और प्रशांत किशोर का अनशन तुड़वाने की अपील कर रहे हैं।
छात्रों के भविष्य को खतरे में डाला गया
BPSC परीक्षा में धांधली के आरोपों ने छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। इस मामले में छात्रों ने कानूनी लड़ाई शुरू कर दी है और जन सुराज का समर्थन पाकर उन्हें एक नई ताकत मिली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की जा रही है कि वे इस मामले का संज्ञान लें और उचित कार्रवाई करें।