बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

BPSC 70th Exam: खान सर और गुरु रहमान को BPSC ने कह दिया..अब ऐसे करना होगा नहीं तो खैर नहीं..क्या करेंगे...

BPSC 70th Exam: BPSC ने खान सर और गुरु रहमान को नोटिस भेजा है और जवाब देने को कहा है। अगर 15 दिन के अंदर ये दोनों शिक्षक आयोग को जवाब नहीं देते हैं और मांफी नहीं मांगते हैं तो इन पर कार्रवाई होगी।

Khan Sir and Guru Rehman
Khan Sir and Guru Rehman notice- फोटो : social media

BPSC 70th Exam:  बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) ने खान सर और गुरु रहमान को कानूनी नोटिस भेजा है। यह नोटिस बीपीएससी की ओर से हाईकोर्ट के वकील विवेक आनंद अमृतेश के माध्यम से भेजा गया है। नोटिस में दोनों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की गई है। अगर वे माफी नहीं मांगते हैं, तो उनके खिलाफ आपराधिक और सिविल मुकदमे दर्ज किए जाएंगे।

मांफी नहीं मांग  तो...

बीपीएससी ने नोटिस में कहा है कि 70वीं प्री परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर गुरु रहमान के बयान आधारहीन और भ्रामक हैं। उनके बयानों के कारण छात्रों के बीच भ्रम फैला है और इससे आयोग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। खान सर को भी 15 दिनों के भीतर माफी मांगने को कहा गया है। बीपीएससी की ओर से खान सर को भेजा गया नोटिस पांच पेज का है। इसमें कई किस्म के आरोप लगाए गए हैं। 

खान सर पर लगा है गंभीर आरोप

नोटिस में कहा गया है कि फैजल खान उर्फ़ खान सर ने 05.12.2024 और 06.12.2024 को बीपीएससी से बिना पता लगाए या पुष्टि किए ही 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा में सामान्यीकरण यानी नॉर्मलाइजेशन लागु किए जाने के बारे में गलत सूचना/अफवाह फैलाई है। आरोप लगाया कि खान सर ने अभ्यर्थियों को निराधार सूचना/अफवाहों पर इकट्ठा होने और बिहार लोक सेवा आयोग के खिलाफ विरोध करने के लिए उकसाया है। नोटिस में कहा गया है कि खान सर ने अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण टिप्पणियां की हैं, जैसे कि "ये मध्यम वर्ग के बच्चे हैं। कोई इनके एस.डी.एम. की सीट, कोई इनके डी.एस.पी. का सीट बेचेगा, हम होने नहीं देंगे।

'बकलोल कहिका, कोढ़ फूट जाएगा'

नोटिस में कहा गया है कि इतना ही नहीं, 29.12.2024 को आपने छात्रों की भीड़ को संबोधित किया था, जिसका वीडियो है. इसमेंआप आयोग और उसके अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि "बकलोल कहिका कह रहा है कि विद्यार्थी नहीं है, वो अपना जैसा समझ रहा है, जैसे 'वो सब फर्जी नौकरी लेलिया ना।" "बेशरम, साला ऊपर जाके जवाब देना है"; "कोढ़ फूट जाएगा"; "आयोग ने धंधली की है" "आयोग का पूरा मिलिभगत है, जब भी एस.डी.एम. की सीट आएगी डी.एस.पी. की सीट आएगी तो सारी सीट बेच दी जाएगी" "मनु भाई चोर है" आदि। इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग न केवल मानहानिकारक, अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण है बल्कि आयोग के विरुद्ध कलंक भी है, जो आयोग की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है। आपके जैसे शिक्षक से ऐसी भाषा का प्रयोग करने और छात्रों को भड़काने की अपेक्षा नहीं की जाती है, इससे भयावह कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होती है।

विरोध करने के लिए उकसाया

खान सर को आयोग ने कहा कि आपने न केवल अपमानजनक और निराधार टिप्पणी की है बल्कि अभ्यर्थियों को बिहार लोक सेवा आयोग के विरुद्ध एकत्रित होने और विरोध करने के लिए उकसाया है, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है। आपका यह कृत्य अनुचित और पूरी तरह से कानून के विरुद्ध है।

गुरु रहमान की प्रतिक्रिया

इस पर गुरु रहमान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे किसी भी स्थिति में माफी नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा, "छात्र हित में जेल जाने को तैयार हूं। आयोग के सचिव और अध्यक्ष झूठे हैं। मैंने नॉर्मलाइजेशन का विरोध किया था, कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा। हर हाल में आयोग को री-एग्जाम लेना होगा।" बीपीएससी ने कहा कि गुरु रहमान ने खान सर के साथ मिलकर बच्चों को आयोग के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए उकसाया है।।

माफी मांगे वरना सख्त कार्रवाई 

बीपीएससी की नोटिस में कहा गया है कि गुरु रहमान के बयान निराधार और भ्रामक हैं। सामान्यीकरण प्रक्रिया पर उनके बयानों ने छात्रों और समाज में भ्रम की स्थिति पैदा की है, जिससे आयोग की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। आयोग ने दावा किया कि उनके बयानों के कारण आयोग के अधिकारी मानसिक प्रताड़ना के दौर से गुजरे हैं।इसे लेकर गुरु रहमान को भी मांफी मागने के लिए कहा गया है। अगर वह माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

Editor's Picks