IPS Shivdeep Lande: बिहार के 'सुपर कॉप' शिपदीप लांडे का इस्तीफा करीब 99 दिनों से लंबित है। अब तक उनके इस्तीफे का फाइल पटेल भवन के विभिन्न विभागों में घुम रहा है। इस्तीफा देने के कुछ ही दिन बाद शिपदीप लांडे का ताबदला भी किया गया था। लेकिन उनके इस्तीफे के ऐलान के बाद अब तक उनकी फाइल सीएम ऑफिस नहीं पहुंची है। सीएम सचिवालय के सूत्रों की मानें तो लांडे का इस्तीफा रिजेक्ट कर दिया गया है। इसलिए प्रक्रिया में देरी हो रही है।
इस्तीफे के ऐलान से मच गया था हड़कंप
शिपदीप लांडे निजी कारणों का हवाला देते हुए 19 सितंबर 2024 को सोशल मीडिया के माध्यम से अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया था। उनके इस्तीफे के ऐलान के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। हालांकि शिपदीप लांडे ने इस्तीफे के साथ लिखा था कि वो बिहार में रहकर ही काम करेंगे। शिपदीप लांडे 2006 बैच के IPS ऑफसर हैं।
अब तक सीएम हाउस नहीं पहुंची फाइल
जानकारी अनुसार पुलिस मुख्यालय ने लांडे के इस्तीफे के पत्र को गृह विभाग को भेज दिया है। वहां अब उनकी फाइल पटेल भवन में ही घूम रही है। बताया जा रहा है कि, निगरानी विभाग ने NOC दे दी है, लेकिन अन्य विभागों से हिसाब-किताब किया जा रहा है। संभावनाएं जताई जा रही है कि इस्तीफा रिजेक्ट होने के कारण फाइल सीएम तक नहीं पहुंची है।
इस्तीफा हुआ रिजेक्ट
ये भी अनुमान लगाया जा रहा है कि गृह विभाग IPS प्रमोशन के कारण व्यस्त है जिसके कारण वो लांडे की फाइल पर ध्यान नहीं दे पा रहा है। चूकि सीएम के पास अब तक फाइल नहीं पहुंची है तो केंद्र सरकार के पास भी प्रस्ताव भेजने में अभी समय लगेगा। ऐसे में लांडे को अभी बिहार सरकार के फैसले का इंतजार करना होगा। इस्तीफे के 6 महीने बाद ही वो कानूनी कार्रवाई भी कर सकते हैं। जानकारों की माने तो अगर सरकार उनके इस्तीफे को ऐसे ही टालती रही तो वो 6 माह बाद कैट (CAT) जा सकते हैं। उनका 6 माह मार्च 2025 में पूरा होगा।
निजी कारणों का दिया था हवाला
वहीं शिवदीप लांडे के इस्तीफा देने के बाद पुलिस मुख्यालय ने इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया था बल्कि उनका ट्रांसफर कर दिया था शिवदीप लांडे को अब पुलिस ट्रेनिंग का आईजी बनाया गया था। पहले वो पूर्णिया रेंज के आईजी थे। शिवदीप लांडे ने अपने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया पर देते हुए लिखा था कि, "मेरे प्रिय बिहार,पिछले 18 वर्षो से सरकारी पद पर अपनी सेवा प्रदान करने के बाद आज मैंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी वर्षो में मैंने बिहार को ख़ुद से और अपने परिवार से भी ऊपर माना है। अगर मेरे बतौर सरकारी सेवक के कार्यकाल में कोई त्रुटि हुई हो तो मैं उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूँ। मैंने आज भारतीय पुलिस सर्विस (IPS) से त्यागपत्र दिया है परन्तु मैं बिहार में ही रहूँगा और आगे भी बिहार मेरी कर्मभूमि रहेगी। जय हिन्द।"