NEW DELHI - संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के 11वें दिन विपक्ष का हमलावर रूख जारी रहा। यहां कांग्रेस नेतृत्व वाले विपक्ष ने मंगलवार को राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए नोटिस दिया है। यह नोटिस राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी को सौंपा गया है। जिसमें विपक्षी दलों ने सभापति धनखड़ पर पक्षपात का आरोप लगाया है।
इस नोटिस में कांग्रेस, TMC, AAP, सपा, DMK, CPI, CPI-M और RJD समेत कई पार्टियों के 60 सांसदों के हस्ताक्षर हैं।
14 दिन का नोटिस देने का है नियम
राज्यसभा के सभापति के खिलाफ संविधान के अनुच्छेद 67(बी) के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है। इसके तहत सभापति को राज्यसभा के सभी तत्कालीन सदस्यों के बहुमत से पारित प्रस्ताव और लोकसभा की सहमति से हटाया जा सकता है। मगर 14 दिन पहले नोटिस देना जरूरी है।
इससे पहले मंगलवार को 11 बजे दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हुई। लोकसभा में हंगामे के चलते पहले 12 बजे तक सदन स्थगित कर किया गया। 12 बजे कार्यवाही शुरू होने के बाद भी अडाणी-जॉर्ज सोरोस मुद्दे पर हंगामा जारी रहा, स्पीकर ने बुधवार तक के लिए सदन स्थगित कर दिया। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही भी बुधवार तक स्थगित कर दी गई।
इस दौरान पहली बार सांसद बनी प्रियंका गांधी ने कहा कि हम जो प्रदर्शन कर रहे हैं, वो बाहर कर रहे हैं। हम रोज कोशिश करते हैं, लेकिन वे (सरकार) चर्चा नहीं चाहते। रोज किसी न किसी बहाने सदन को स्थगित करा रहे हैं।