Nawada - बिहार के नवादा में अचानक रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में लोगों की टिकट जांच होना शुरू हो गया जिसके बाद लोगों में खलबली मच गई. जहां एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया जो बिना टिकट के रेलवे में सफर कर रहे थे। ट्रेन से उन लोगों को पकड़ा गया है।
इस अभियान की शुरुआत क्यूल से गया तक किया गया है। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि या अभियान की शुरुआत सिर्फ खानापूर्ति के लिए ही की गई है। साल भर में एक बार चेकिंग अभियान चलाकर अपने अपने ड्यूटी का निर्वहन करने का दायित्व दिखाते हैं।
लोगों का कहना है कि लेकिन सच्चाई तो यह है कि रेलवे की कर्मियों के द्वारा व्यवस्था के नाम पर तो पूरी तरह चौपट है। आम लोगों के लिए कोई सुविधा नवादा की रेलवे स्टेशन पर नहीं है लेकिन यह अभियान चलाकर लोगों को परेशान करने का काम भी किया गया है। अगर रेगुलर टिकट जांच अभियान चलाया जाए तो आम लोग भी टिकट जरूर ले. लेकिन ट्रेनों में किसी भी प्रकार का कोई चेकिंग अभियान या रेलवे स्टेशन पर कोई अभियान नहीं चलाया जाता जिसके कारण भी जनता ने भी टिकट कटाना छोड़ दिया है।
सवाल तो यह भी है तो लोग जो आवागमन नहीं कर रहे थे उन लोगों को भी पकड़ा गया है क्योंकि वह ना ही कोई ट्रेन से आ रहे थे और ना ही कोई ट्रेन पर जा रहे थे वह इस पार से उस पार रेलवे लाइन पार करके जा रहे थे। उन लोगों से भी टिकट मांगा गया है।
बड़ी संख्या में लोग ट्रेनों से सफर कर रहे हैं और इस दौरान कई लोग बगैर टिकट के भी यात्रा कर रहे हैं। इसी के मद्देनजर आज नवादा रेलवे स्टेशन पर बड़े पैमाने पर टिकट चेकिंग अभियान चलाया गया। जहां किउल से आए 12 सदस्य टीटीई की टीम ने आज नवादा रेलवे स्टेशन पर टिकट जांच अभियान चलाया।
जहां कई लोग बिना टिकट के यात्रा करने के जुर्म में पकड़े गए। कई लोगों से जुर्माना भी वसूले गए और कई को जुर्माना नहीं देने पर कानूनी कार्रवाई के लिए आरपीएफ को सुपुर्द किया गया। यह अभियान आज से निरंतर जारी रहेगा।
अमन सिन्हा की रिपोर्ट