Bihar Teacher Transfer: टीचर ट्रांसफर में हो गया खेल ! इतने हजार शिक्षकों ने नए जगह पर ज्वाइन करने से किया इनकार,अब 1 साल तक नहीं होगी पोस्टिंग..
Bihar Teacher Transfer: बिहार में टीचर ट्रांसफर की प्रक्रिया जारी है। इसी बीत तबादले के इंजतार में बैठे शिक्षकों के साथ बड़ा खेला भी हो गया है। कई शिक्षकों ने तबादले लेने से इनकार कर दिया है..

Bihar Teacher Transfer: बिहार में शिक्षकों के साथ ट्रांसफर पोस्टिंग में बड़ा खेला हो गया है। तबादले के इंतजार में बैठे हजारों शिक्षकों को ताबदला तो मिला लेकिन उन्होंने तबादले से इनकार कर दिया। जिसके बाद अब वो एक साल तो दूसरी जगह पोस्टिंग नहीं ले सकेंगे। ऐसे में अब इन सभी शिक्षकों को अपने पुराने स्कूल में ही सेवा देनी होगी। दरअसल, बिहार में सरकारी स्कूलों के 1.20 लाख शिक्षकों का ट्रांसफर किया जा रहा है। अब तक 75,599 शिक्षकों का तबादला पूरा हो चुका है। इसमें 22 जून तक 65,277 और 30 जून को 10,322 महिला शिक्षकों को नई पोस्टिंग दी गई। शेष 44,401 शिक्षकों का ट्रांसफर जल्द किया जाएगा।
4110 शिक्षकों ने तबादले से किया इनकार
इस बीच एक बड़ी संख्या में शिक्षकों ने नई पोस्टिंग लेने से इनकार कर दिया है। आंकड़ों के मुताबिक अब तक 4,110 शिक्षक ऐसे हैं जिन्होंने नए स्कूल में ज्वाइन करने से मना कर दिया। इन शिक्षकों ने अपने पुराने स्कूल में ही पढ़ाने का विकल्प चुना है। शिक्षकों का कहना है कि उनकी नई पोस्टिंग पुरानी पोस्टिंग से भी बहुत दूर थी जो उनके लिए सुविधाजनक नहीं है इसलिए वो अपने तबादले को वापस लेने के लिए मजबूर हैं।
एक साल तक तबादले के लिए नहीं कर सकेंगे आवेदन
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जो शिक्षक नई पोस्टिंग स्वीकार नहीं कर रहे हैं, वे अगले एक साल तक तबादले के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। साथ ही उन्हें इस बात का कारण भी बताना होगा कि उन्होंने नए स्कूल में ज्वाइन क्यों नहीं किया। सरकार के इस आदेश से शिक्षकों में मायूसी है। शिक्षक तबादले का इंतजार कर रहे थे उनका तबादला भी हुआ लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वहीं अब अगले एक साल तक शिक्षकों को उसी स्कूल में सेवा देना होगा जहां वो पहले से थे।
तबादले से इनकार के कई कारण
दरअसल, बड़ी संख्या में शिक्षकों ने तबादले के लिए अपने पसंदीदा जिले का विकल्प चुना था, लेकिन ब्लॉक अलग मिलने से उनके घर से स्कूल की दूरी पहले के मुकाबले बढ़ गई। उदाहरण के तौर पर वैशाली में मुख्य सड़क पर तैनात एक शिक्षक ने पटना जिले में तबादले के लिए आवेदन किया। पटना जिला तो मिल गया लेकिन स्कूल मसौढ़ी या बख्तियारपुर में मिला। इस तरह वैशाली की तुलना में पटना के इस ब्लॉक में स्कूल की दूरी अधिक हो गई। जिससे आवाजाही में परेशानी बढ़ गई। ऐसे में कई शिक्षक नई जगह पर ज्वाइन करने से बच रहे हैं।
महिला शिक्षकों के तबादले की स्थिति
30 जून को विशेष रूप से 10,322 महिला शिक्षकों को नई पोस्टिंग दी गई। इनमें 881 महिला शिक्षकों को पहले सिर्फ जिला आवंटित था, अब उन्हें स्कूल भी मिल गया। 1,063 महिला शिक्षकों को पहली बार जिला व स्कूल दोनों आवंटित हुए हैं। वहीं, कक्षा 6 से 12 तक पढ़ाने वाली 8,378 महिला शिक्षकों में से 2,043 को जिला और स्कूल दोनों मिल गए हैं। जबकि 6,335 को फिलहाल सिर्फ जिला आवंटित हुआ है। इन शिक्षकों को स्कूल जिला स्थापना समिति आवंटित करेगी।
म्यूचुअल ट्रांसफर की भी सुविधा
इसके अलावा राज्य सरकार ने शिक्षकों को म्यूचुअल ट्रांसफर का भी विकल्प दिया है। इसके तहत शिक्षक आपसी सहमति से तबादला ले सकते हैं, बशर्ते उनकी कैटेगरी, विषय और वर्ग समान हों।