Bihar Weather: बिहार में अगले 4 दिन में बदल जाएगा मौसम का मिजाज, इन जिलों में जमकर बरसेंगे बदरा, पटना में आज होगी झमाझम बारिश

Bihar Weather: राजधानी पटना का मौसम इन दिनों बदला बदला नजर आ रहा है। वहीं मौसम विभाग ने आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। साथ ही मौसम विभाग की मानें तो अगले 4 दिनों में भीषण बारिश होगी।

बारिश
4 दिनों में बदलेगा मौसम - फोटो : प्रतीकात्मक

Bihar Weather: बिहार के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ने को तैयार है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी 16 जुलाई से राज्य में बारिश की गतिविधियां तेज हो जाएंगी। इस दौरान खासकर उत्तर बिहार के जिलों में दक्षिण बिहार की तुलना में ज्यादा बारिश होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 16 और 17 जुलाई को मानसून संबंधी परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल हो जाएंगी, जिससे बारिश में इजाफा होगा। हालांकि अगले चार दिनों तक राज्य के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव की संभावना नहीं जताई गई है।

पटना में बारिश और वज्रपात का अलर्ट

इधर, राजधानी पटना में भी मौसम विभाग ने शुक्रवार को बादल छाए रहने और बारिश की संभावना जताई है। विभाग के मुताबिक पटना समेत कई इलाकों में एक-दो जगहों पर वज्रपात के साथ बारिश हो सकती है। बीते 24 घंटे में राजधानी में लगभग 6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं बुधवार रात से गुरुवार दोपहर तक शहर के कई हिस्सों में रुक-रुक कर बारिश होती रही। इस दौरान कहीं तेज बारिश तो कहीं हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली। गुरुवार को पटना का न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री और अधिकतम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आया। न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री और अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

35 जिलों में हुई बारिश 

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को अरवल, जहानाबाद और भभुआ को छोड़कर बिहार के 35 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। जमुई के चकाई में सबसे ज्यादा 32.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं भोजपुर, पूर्वी चंपारण और किशनगंज में 46 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं।

अब तक सामान्य से 52% कम हुई बारिश

बिहार में इस साल मॉनसून ने 17 जून को दस्तक दी थी। शुरुआत में अच्छी बारिश भी हुई, लेकिन करीब एक सप्ताह बाद से ही बारिश की रफ्तार धीमी पड़ गई। मौसम विभाग के अनुसार अब तक राज्य में सामान्य से 52 प्रतिशत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। जहां इस समय तक औसतन 275.1 मिमी वर्षा हो जानी चाहिए थी, वहां अब तक महज 133.2 मिमी ही बारिश हुई है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है और खेती-किसानी पर असर पड़ने लगा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल परिस्थितियां धीरे-धीरे अनुकूल हो रही हैं। उम्मीद है कि 16 जुलाई के बाद बारिश की कमी कुछ हद तक पूरी हो सकेगी।