Chandan Mishra Murder Case: चंदन मिश्रा हत्याकांड में एक और खुलासा, नशे में गैंगस्टर को दागी 28 गोलियां, कर्ज में डूबा था मेन शूटर तौसीफ, पुलिस के सामने लगा रोने...
Chandan Mishra Murder Case: चंदन मिश्रा हत्याकांड मामले में एक के बाद एक कई बड़े खुलासे हो रहे। इसी बीच पुलिस के सामने तौसीफ ने कई बड़े खुलासे किए उसने रोते हुए पुलिस को बताया कि वो कर्ज में डूबा हुआ था इसलिए हत्या की और लेकिन पैसे अबतक नहीं मिले..

Chandan Mishra Murder Case: बक्सर के कुख्यात और सजायाफ्ता अपराधी चंदन मिश्रा हत्याकांड में पुलिस की जांच में लगातार सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। मुख्य शूटर तौसीफ उर्फ बादशाह से पुलिस ने दूसरे दिन भी करीब पांच घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान तौसीफ भावुक हो उठा और रोते हुए कबूल किया कि उसने ऑनलाइन जुए में 20 लाख रुपए गंवा दिए थे और भारी कर्ज में डूब चुका था। इसी दबाव में उसने वारदात को अंजाम दिया।
28 गोलियां दागीं, दो चोरी की बाइक से पहुंचे थे शूटर
17 जुलाई की सुबह पारस अस्पताल में नशे की हालत में चंदन मिश्रा पर हमला किया गया। पांच शूटर तौसीफ, बलवंत, रविरंजन, नीलेश और मोनू ने चंदन पर ताबड़तोड़ 28 गोलियां दागीं। पुलिस के अनुसार, वारदात को अंजाम देने के लिए दो चोरी की बाइक का इस्तेमाल किया गया। इनमें से एक अपाचे बाइक बरामद की जा चुकी है जबकि दूसरी बाइक की तलाश जारी है।
अस्पताल में झांसे से मिली एंट्री
तौसीफ ने पूछताछ में बताया कि उसने अस्पताल के एक कर्मचारी को बताया कि उसके चाचा चंदन मिश्रा भर्ती हैं। कर्मचारी ने बिना किसी जांच के उसे अंदर जाने दिया और कमरा नंबर 209 की जानकारी दे दी। वारदात के बाद आरोपी भटकते हुए अस्पताल से बाहर निकल गए। घटना में इस्तेमाल तीन मोबाइल और सिम गया जिले में उसकी बहन के घर से बरामद किए गए हैं। वारदात के बाद आरोपी कोलकाता के एक गेस्ट हाउस में छिपे थे। यहां तौसीफ, भीम और हर्ष एक कमरे में रुके थे जबकि नीशू खान अपनी महिला मित्र के साथ दूसरे कमरे में था। इसी दौरान टीवी पर खुद की फुटेज देखकर तौसीफ ने अपना लुक बदल लिया दाढ़ी और बाल कटवा लिए।
शेरू और नीशू की जेल में हुई थी मुलाकात
पूछताछ में तौसीफ ने बताया कि उसकी शेरू सिंह से कोई जान-पहचान नहीं थी। उसके मौसेरे भाई नीशू खान की शेरू से पुरुलिया जेल में मुलाकात हुई थी। वहीं से साजिश की शुरुआत हुई। शेरू ने नीशू को चंदन की हत्या की सुपारी दी थी, जिसमें प्रत्येक शूटर को 5-5 लाख रुपये देने की बात तय हुई थी लेकिन अब तक किसी को कोई भुगतान नहीं किया गया। सूत्रों के अनुसार, चंदन पैरोल पर बाहर आया था और होटल बेचने की योजना बना रहा था। इसी को लेकर उसकी शेरू सिंह से बातचीत शुरू हुई थी। बाद में दुश्मनी बढ़ने पर उसे ठिकाने लगाने की साजिश रची गई।
फरार शूटरों की तलाश में छापेमारी
अब तक इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों में नीशू खान, हर्ष, भीम और आरा के बिहिया से पकड़ा गया अभिषेक सेठर जेल में बंद हैं। वहीं, एनकाउंटर में घायल बलवंत और रविरंजन का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। फरार शूटर मोनू और नीलेश की तलाश में पुलिस की चार टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
एनकाउंटर में चली 23 गोलियां
बिहिया थानाध्यक्ष आदित्य कुमार के बयान पर शूटर रविरंजन, बलवंत और अभिषेक के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। बताया गया कि मंगलवार की सुबह 5:45 बजे बिहिया-कटेया रोड पर STF और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। दोनों ओर से कुल 23 राउंड फायरिंग हुई, जिसमें STF की ओर से 10 और अपराधियों की ओर से 13 गोलियां चलीं। इस बीच, मुख्य साजिशकर्ता माने जा रहे शेरू सिंह की पत्नी लको सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर अपने पति के फर्जी एनकाउंटर की आशंका जताई है।