Bihar Vidhansabha : बिहार विधानसभा का घेराव करेगी कांग्रेस की छात्र संगठन, इन 5 मुद्दों को लेकर इनकम टैक्स से शुरु होगा मार्च, भारी बवाल होना तय

Bihar Vidhansabha : बिहार विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। इसी बीच कांग्रेस की छात्र संगठन ने आज विधानसभा घेराव का ऐलान किया है। 5 मुद्दों को लेकर NSUI प्रदर्शन करेगा।

विधानसभा का घेराव
विधानसभा का घेराव करेगी छात्र संगठन - फोटो : social media

Bihar Vidhansabha:बिहार विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है और विपक्ष की ओर से सरकार पर लगातार हमले जारी हैं। मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। तीसरे दिन भी सदन की कार्यवाही के दौरान भारी हंगामा देखने को मिला। वहीं दूसरी ओर प्रशांत किशोर के नेतृत्व में जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता विधानसभा घेराव करने भी निकले थे। वहीं  इसी क्रम में आज यानी गुरुवार को कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) ने विधानसभा का घेराव करने का ऐलान किया है। 

बिहार के सभी यूनिवर्सिटी के छात्र होंगे शामिल 

छात्र संगठन दोपहर 12 बजे इनकम टैक्स गोलंबर से मार्च निकालकर विधानसभा की ओर कूच करेगा। इस मार्च में पटना यूनिवर्सिटी समेत राज्य की विभिन्न यूनिवर्सिटियों के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में भाग लेंगे। NSUI के प्रदेश अध्यक्ष सूरज यादव के नेतृत्व में यह प्रदर्शन पांच प्रमुख मांगों को लेकर किया जा रहा है।

जानिए किन मुद्दों पर NSUI कर रही प्रदर्शन

1. निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण की मांग- NSUI का कहना है कि निजी शिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों की भागीदारी न के बराबर है। इसलिए वहां भी सरकारी शिक्षण संस्थानों की तरह आरक्षण और SC-ST सब-प्लान लागू किया जाए।

2. 3 साल की डिग्री, 3 साल में पूरी हो - छात्र संगठन का आरोप है कि विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र लंबा खिंचता है और 3 साल की डिग्री 5 साल में पूरी होती है। इसे लेकर सख्त समयसीमा सुनिश्चित करने की मांग की जा रही है।

3. 50% आरक्षण की सीमा खत्म करने के प्रयास का विरोध- संगठन ने केंद्र और राज्य सरकार पर आरक्षण की सीमा खत्म करने की कोशिश का आरोप लगाया और कहा कि इससे सामाजिक न्याय की अवधारणा को नुकसान पहुंचेगा।

4. शिक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर और स्कॉलरशिप में गिरावट- NSUI का कहना है कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है। दलित, पिछड़ा और आदिवासी छात्रों की स्कॉलरशिप में 70% तक की कटौती की गई है और राज्य सरकार शिक्षा पर खर्च करने से पीछे हट रही है।

5. छात्र क्रेडिट कार्ड से कर्ज, लेकिन नौकरी नहीं- संगठन ने आरोप लगाया कि सरकार ने छात्रों को क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लाखों का कर्ज तो दिया, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली। सरकारी विभागों में लाखों पद खाली पड़े हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया ठप है।

सुरक्षा के पुख्या इंतजाम 

मार्च को लेकर पटना प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। विधानसभा और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।