Patna Airport: पटना हवाई अड्डा बंद! पुराना टर्मिनल इतिहास में विलीन, अब यहां से हवाईजहाज भर रहे हैं उड़ाने

पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने एक नया इतिहास रच दिया है। पुराना टर्मिनल भवन हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है।

 Patna Airport
पटना हवाई अड्डा बंद! - फोटो : reporter

Patna Airport:  बिहार की राजधानी पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने एक नया इतिहास रच दिया है। आज सुबह से यानी 3 जून 2025 से, इस हवाई अड्डे का नया अत्याधुनिक टर्मिनल भवन पूरी तरह से संचालित हो गया है, जबकि पुराना टर्मिनल भवन हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। यह नया टर्मिनल न केवल यात्रियों के लिए विश्व-स्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा, बल्कि बिहार की हवाई कनेक्टिविटी और पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। यात्रियों को निर्धारित प्रस्थान से 2- 3 घंटे पहले रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है। किसी भी तरह की पूछताछ के लिए ड्यूटी टर्मिनल मैनेजर पटना एयरपोर्ट से 9471000714 पर संपर्क करें। इसके अलावा पटना एयरपोर्ट पर सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। 

नए टर्मिनल की विशेषताएं

नया टर्मिनल भवन, जिसे 29 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था, 1,200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और यह 65,155 वर्ग मीटर के विशाल क्षेत्र में फैला है। यह टर्मिनल निम्नलिखित सुविधाओं से लैस है:

यात्री क्षमता: यह टर्मिनल प्रति वर्ष 1 करोड़ यात्रियों को संभाल सकता है और चरम समय में 3,000 यात्रियों (1,500 आगमन और 1,500 प्रस्थान) को सेवा दे सकता है।

आधुनिक सुविधाएं: 64 चेक-इन काउंटर, 9 ऑटोमैटिक ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (ATRS), 5 एयरोब्रिज, और 4 सामान परिवहन के लिए कन्वेयर बेल्ट।

पार्किंग: 1,100 वाहनों की क्षमता वाला मल्टी-लेवल कार पार्किंग और एक पैदल पुल जो प्रस्थान क्षेत्र को जोड़ता है।

सांस्कृतिक झलक: टर्मिनल का डिज़ाइन मिथिला कला और नालंदा विश्वविद्यालय के वर्गाकार रूपों से प्रेरित है। इसमें मधुबानी पेंटिंग्स, गौतम बुद्ध, महावीर, बोधि वृक्ष, छठ पूजा, और गुरुद्वारा पटना साहिब की भव्य दीवार चित्रकारी शामिल हैं। यह 4-स्टार GRIHA रेटेड ऊर्जा-कुशल भवन है, जिसमें व्यापक वर्षा जल संचयन प्रणाली शामिल है।

पुराना टर्मिनल बंद: एक युग का अंत

1973 में निर्मित पुराना टर्मिनल भवन, जो अब तक 25 लाख यात्रियों की वार्षिक क्षमता के साथ संचालित हो रहा था, अब पूरी तरह बंद हो चुका है। इसकी जगह नए टर्मिनल ने ले ली है, और पुराने भवन को ध्वस्त कर वहां चार नए विमान पार्किंग बे बनाए जाएंगे। पुराना टर्मिनल अपनी सीमित रनवे लंबाई (2,072 मीटर) के कारण बड़े विमानों के लिए उपयुक्त नहीं था, जिसे अब नए टर्मिनल और बिहटा हवाई अड्डे की योजना से संबोधित किया जा रहा है।

बिहार की कनेक्टिविटी को नई उड़ान

नए टर्मिनल के शुरू होने से पटना हवाई अड्डा अब दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बैंगलोर, और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों के साथ-साथ 14 विभिन्न शहरों को जोड़ने वाली 106 उड़ानों का संचालन करता है। इसके अलावा, बिहटा हवाई अड्डे पर नया सिविल एन्क्लेव, जिसका शिलान्यास 29 मई 2025 को हुआ, बड़े विमानों और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को संभालने में सक्षम होगा। यह बिहार के पर्यटन स्थलों जैसे गया, बोधगया, राजगीर, वैशाली, और सीतामढ़ी को बढ़ावा देगा।

जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नया टर्मिनल बिहार के विकास की नई कहानी लिख रहा है। यह न केवल यात्रियों के लिए सुविधा और आराम लाएगा, बल्कि बिहार की आर्थिक और सांस्कृतिक पहचान को भी वैश्विक मंच पर मजबूत करेगा। 

रिपोर्ट- अभिजीत सिंह