Land For Job Scam : लालू यादव की बढ़ेगी मुश्किल ! कोर्ट चार्टशीट पर इस दिन सुनाएगा फैसला, लैंड फॉर जॉब मामले में हो सकती है बड़ी कार्रवाई

Land For Job Scam : राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनकी परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती है। कोर्ट ने लालू यादव पर ईडी के द्वारा दायर की गई सप्लीमेंट्री चार्टशीट पर सुनवाई पूरी कर ली है। इस दिन कोर्ट फैसला सुनाएगा।

लालू यादव
लालू यादव की बढ़ेगी मुश्किल- फोटो : social media

Land For Job Scam : जमीन के बदले नौकरी मामले में शुक्रवार को दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के खिलाफ ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट ने 3 जून तक फैसले को सुरक्षित रख लिया है। अगली सुनवाई 3 जून को होगी। अब देखने होगा कि कोर्ट लालू यादव को लेकर क्या फैसला सुनाती है?    

राष्ट्रपति ने दी थी मुकदमा चलाने की इजाजत

सुनवाई के दौरान ईडी ने कोर्ट को बताया कि उसे इस मामले में लालू यादव पर मुकदमा चलाने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से इजाजत मिल चुकी है। राष्ट्रपति ने यह अनुमति 8 मई को भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 197(1) के तहत दी थी जो अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 218 के अंतर्गत आती है।

फैसले पर टिकी सबकी नजर 

विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने ईडी की ओर से पेश हुए वकील मनीष जैन की दलीलों को सुनने के बाद चार्जशीट पर संज्ञान लेने को लेकर फैसला सुरक्षित रखा। अब अदालत 3 जून को आदेश सुनाएगी। कोर्ट को पहले ही सूचित किया जा चुका है कि गृह मंत्रालय की ओर से मुकदमा चलाने की अनुमति दी गई है।

ईडी की बड़ी कार्रवाई 

ईडी ने अगस्त 2023 में दायर पहले चार्जशीट में लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव, पत्नी राबड़ी देवी, बेटी व सांसद मीसा भारती, और एक अन्य बेटी हेमा यादव सहित परिवार के कई सदस्यों को आरोपी बनाया था। इसके अतिरिक्त, दो कंपनियां एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड  भी इस चार्जशीट में शामिल हैं। इससे पहले जनवरी 2024 में, ईडी ने लालू यादव परिवार के करीबी माने जाने वाले अमित कत्याल के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किया था।

रेल मंत्री रहते हुए लालू ने किया घोटाला 

ईडी का आरोप है कि यह कथित घोटाला उस समय हुआ जब लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे। उस दौरान नौकरी देने के बदले लोगों से जमीन ली गई और उसे परिवार व करीबी कंपनियों के नाम पर स्थानांतरित किया गया। अब अदालत यह तय करेगी कि सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर संज्ञान लेकर इस मामले में आगे मुकदमा चलेगा या नहीं। लालू परिवार के साथ साथ सभी की निगाहें अब कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई है।