कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को किया दरकिनार ! राहुल गांधी के रथ पर नहीं मिली जगह, तेजस्वी के साथ फिर उभरा दरार

महागठबंधन द्वारा बुलाये गए बिहार बंद में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार को राहुल गांधी के रथ से उतारने का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसे लेकर अब सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चा है.

Kanhaiya Kumar
Kanhaiya Kumar - फोटो : news4nation

Kanhaiya Kumar: कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और तेजस्वी यादव के बीच दरार की खबरों के बीच बुधवार को एक बार फिर ऐसी ही स्थिति देखने को मिली. इस बार कन्हैया कुमार को राहुल गांधी और तेजस्वी की मौजूदगी वाले उस रथ पर जगह नहीं मिलने की बातें कही जा रही हैं जिस पर सवार होकर बिहार बंद को सफल बनाने महागठबंधन के नेता निकले थे. बिहार बंद को लेकर राहुल गांधी पटना में महागठबंधन नेताओं संग सड़क पर उतरे. इसके पहले कन्हैया कुमार भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन करते नजर आये. लेकिन जिस रथ पर सवार होकर राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार बंद को लीड कर रहे थे उस पर कन्हैया कुमार को जगह नहीं मिलने की बातें कही जा रही है. 


प्रदर्शन के दौरान का एक वीडियो वायरल है जिसमें रथ से नीचे उतरते कन्हैया कुमार को देखा जा रहा है. उस दौरान राहुल, तेजस्वी सहित करीब एक दर्जन महागठबंधन के नेता रथ पर सवार थे. लेकिन युवा चेहरे के रूप में पेश किये जा रहे कन्हैया को रथ पर जगह नहीं मिलने से अब कई किस्म की चर्चा है. इसमें तेजस्वी यादव के साथ उनकी दूरी की बातें भी कहीं जा रही है. 


दरअसल, 28 सितंबर 2021 को दिल्ली में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने के बाद से ही कन्हैया और तेजस्वी को लेकर बिहार की सियासत में दरार की खबरें हैं. इसी वर्ष बिहार कांग्रेस की 16 मार्च से शुरू हो रही 'नौकरी दो, पलायन रोको' यात्रा को जब कन्हैया कुमार लीड कर रहे थे, उस दौरान भी इसे लेकर तेजस्वी की नाराजगी की खबरें कथित रूप से आई थी. इसके पहले बेगूसराय से सीपीआई के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने के बाद कन्हैया ने कांग्रेस ज्वाइन की थी. लेकिन वो बिहार में बतौर कांग्रेसी नेता कभी एक्टिव नहीं हुए, बल्कि उनके साथ मंच शेयर करने में तेजस्वी की असहजता ख़बर बनती रही.


राजद ने उतारा था उम्मीदवार

साल 2019 में बेगूसराय में कन्हैया ने चुनाव लड़ा तो राजद ने तनवीर हसन को भी मैदान में उतारा था. मई 2023 में पटना में आयोजित प्रज्ञापति सम्मेलन में कन्हैया के शामिल होने पर मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाए गए तेजस्वी यादव ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली थी. हालांकि हाल ही में जून में कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार में महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव है और अगर महागठबंधन चुनाव जीतती है तो तेजस्वी यादव ही सीएम बनेंगे. कन्हैया कुमार ने कहा कि इस मामले में कोई कन्फ्यूजन नहीं है. 


कांग्रेस का ग्राफ गिरा 

आंकड़ों में देखें तो अविभाजित बिहार में विधानसभा में कुल 324 सीट थी. नौवीं विधानसभा यानी साल 1985 के विधानसभा चुनाव तक ही कांग्रेस की जीत का आंकड़ा तीन अंकों को छू पाया था. 1990 में पार्टी को सिर्फ 71 सीट मिली. झारखंड अलग होने के बाद बिहार विधानसभा की सीट घटकर 243 हो गई. कांग्रेस ने फ़रवरी 2005 के चुनाव में 10, नवंबर 2005 में 09, साल 2010 के चुनाव में 04, 2015 के विधानसभा चुनाव में 27 और साल 2020 के विधानसभा चुनाव में 19 सीटें जीती थीं.