Bihar Jam Problem:पटना अब दूर नहीं, रेलवे फाटकों से मुक्ति की ओर बिहार, आरओबी को मिली हरी झंडी, सुगम सफर का सपना होगा साकार

Bihar Jam Problem: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुरोध पर केंद्र सरकार और रेलवे मंत्रालय ने बिहार के हित में बड़ा कदम उठाते हुए 223 रेलवे क्रॉसिंग पर रोड ओवर ब्रिज के निर्माण को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है।

Bihar 223 ROBs get green signal
पटना अब दूर नहीं- फोटो : social Media

Bihar Jam Problem:राजधानी पटना तक हर कोने से साढ़े तीन घंटे में सुगम यात्रा अब केवल सपना नहीं, जल्द ही हकीकत बनने जा रही है। बिहार सरकार के इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य में अब तक सबसे बड़ी बाधा बनकर खड़े थे – राज्य के कोने-कोने में फैले रेलवे फाटक, जहाँ घंटों तक वाहनों की लंबी कतारें और समय का अपव्यय आम बात थी।लेकिन अब इस अवरोध को हटाने की दिशा में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अनुरोध पर केंद्र सरकार और रेलवे मंत्रालय ने बिहार के हित में बड़ा कदम उठाते हुए 223 रेलवे क्रॉसिंग पर रोड ओवर ब्रिज (ROB) के निर्माण को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है।

इस निर्णायक प्रगति की पुष्टि हाल ही में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में हुई, जिसमें पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह और रेलवे बोर्ड के सदस्य (आधारभूत संरचना) नवीन गुलाटी ने भाग लिया। बैठक में ROB निर्माण को शीघ्र कार्यान्वित करने की दिशा में रणनीतिक समीक्षा की गई।

सरकारी सूत्रों के अनुसार, 223 स्वीकृत ROB के अलावा 112 अन्य रेलवे फाटकों पर भी ROB बनाने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है, जिन्हें अगले महीने तक मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इससे यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में बिहार की सड़क यातायात प्रणाली एक नई ऊँचाई पर पहुँचेगी।

बिहार सरकार ने मार्च से मई के बीच एक विशेष अभियान चलाकर सभी 223 फाटकों पर आरओबी निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) प्रदान कर दिया है, जो इस योजना की त्वरित प्रगति का संकेत है। यहाँ तक कि रेलवे ने ग्रामीण संपर्क मार्गों से जुड़े समपार फाटकों पर भी ROB बनाने की अनुमति दे दी है, जिससे गांवों से शहरों की दूरी और भी घटेगी।

यह कदम केवल एक इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना नहीं, बल्कि बिहार की आवागमन क्रांति का प्रारंभ है। ROB निर्माण से न केवल यात्रियों के समय की बचत होगी, बल्कि ट्रैफिक जाम, प्रदूषण, दुर्घटनाओं और देरी की समस्याओं से भी राहत मिलेगी।223 ROB की यह स्वीकृति, विकास की वह रेल है जो बिहार को गति, सुरक्षा और समयबद्धता की नई पटरी पर ले जा रही है। राजधानी पटना अब राज्य के हर नागरिक से नज़दीक होगी ।