Patna news - पटना नगर निगम एक दूसरे का कुर्ता फाड़ने लगे मेयर और विरोधी गुट का पार्षद, जानें पूरा मामला
Patna news - पटना नगर निगम सामान्य सभा की बैठक अखाड़ा बन गया। जहां मेयर गुट और विपक्षी गुट एक दूसरे के साथ हाथापाई पर उतर गए। इस दौरान पार्षदों ने एक दूसरे का कुर्ता भी फाड़ दिया।

Patna - जिन पार्षदों पर शहरों को साफ सुथरा रखने की जिम्मेदारी है, वह खुद ही एक दूसरे का कुर्ता फाड़ते हुए नजर आए। यह नजारा पटना नगर निगम का था, जहां नवमी सामान्य बैठक में मेयर गुट के द्वारा चर्चा के लिए प्रस्ताव लाया, विरोधी गुट ने विरोध करना शुरू कर दिया।
स्थिति ऐसी हो गई कि दोनों गुटों के पार्षदों के बीच बैठक में ही हाथापाई शुरू हो गई। बात इतनी बिगड़ गई कि देख लेने की धमकी तक दिए जाने लगे। मामला तब और शर्मसार हो गया जब पार्षद एक दूसरे के कुर्ते तक फाड़ डाले। स्थिति हाथ से निकलते देख, मेयर गुट के विरोधी पार्षदों ने निगम आयुक्त और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक का बहिष्कार कर दिया। वे नारे लगाते हुए बैठक से बाहर निकल गए। जिसके बाद कार्यवाही को बीच में स्थगित करनी पड़ी।
बैठक में की अध्यक्षता मेयर सीता साहू कर रही थीं, जबकि डिप्टी मेयर रश्मि चंद्रवंशी, निगम आयुक्त अनिमेष पाराशर और अनेक पार्षद बैठक में उपस्थित थे।
क्या थी वजह
विवाद की जड़ मेयर द्वारा लाया गया एजेंडा है। मेयर गुट ने एजेंडे को शीघ्रता से पास कराने का प्रयास किया, लेकिन इसका कड़ा विरोध हुआ। निगम आयुक्त अनिमेष पाराशर ने एजेंडे को नियम विरुद्ध बताया और अपनी आपत्ति दर्ज कराई। उनका कहना था कि एजेंडा की स्वीकृति प्रक्रिया में निर्धारित नियमों का पालन नहीं किया गया।
पटना मेयर सीता साहू ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैं 2017 से कार्यभार संभाल रही हूं लेकिन आज तक इस तरह की हरकतें नहीं हुआ करती थी। लेकिन दुर्भाग्य है कि महत्वपूर्ण बैठक में भी पार्षदों की कुव्यवस्था स्पष्ट तौर पर दिख रही है कि कामों में बाधा डालना है। अपना गुस्सा जाहिर करते हुए पटना मेयर ने कहा कि दो पार्षद को हटाया गया है इस कमेटी का सदस्य नहीं है। लेकिन हस्तक्षेप करने पहुंच जाते हैं। कार्यों में बाधा डालते हैं। इंद्रदीप वार्ड नंबर 47 आशीष वार्ड नंबर 38 के हैं जिन्होंने अपनी उदंडता से इस बैठक में होने वाली सभी महत्वपूर्ण एजेंडे में बाधा पहुंचाई। इस बात की शिकायत मुख्यमंत्री तक करेंगे
मेयर गुट ने प्रस्ताव पर नहीं की चर्चा
विरोधी खेमे के पार्षद इंद्रदीप चंद्रवंशी ने बताया कि जो प्रस्ताव मेयर गुट के तरफ से ले गए उस प्रस्ताव पर पहले कोई चर्चा ही नहीं हुई थी। नियम के मुताबिक प्रस्ताव लाने से पहले उस पर चर्चा होती है फिर प्रस्ताव लाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव में एक ऐसे एजेंसी को नगर निगम के काम में शामिल करने का दबाव था जिस पर पहले ही भ्रष्टाचार का आरोप लग चुका है।
Report - vandana sharma