Bihar News: सोमवार को दीदार गंज थाना क्षेत्र के पुनाडीह पंचायत स्थित सती स्थान से श्री सती पूजा समिति द्वारा भव्य शोभा यात्रा निकाला गया। यह शोभा यात्रा रविवार की देर रात पुनाडीह गांव से निकल कर ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए सोमवार की सुबह गुलमहिया बाग, कच्ची दरगाह, आलमपुर, फतेहजाम पुर होते हुए सबलपुर सती घाट पर जाकर सम्पन्न हुआ।
सती की शोभा यात्रा को देखने के लिए दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुँचे थे। अहले सुबह से ही शोभायात्रा वाले रास्ते के दोनों तरफ शोभा यात्रा देखने वालों की भीड़ लगी रही। सती की शोभा यात्रा में शामिल लोगों के लिए जहां कई जगहों पर शर्बत, पानी और फल की व्यवस्था की गई थी। शोभायात्रा की स्वागत एवं सती की आरती के लिए महिलाएँ फूल माला के साथ खड़ी थी।
ग्रामीणों का मानना है कि हजारों वर्ष पूर्व स्थानीय लाला परिवार में पति के मृत्यु के बाद पत्नी सती हो गई थी। उसी समय से होली के दूसरे दिन सती की याद में यह भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। ऐसी मान्यता है कि अगर यह शोभा यात्रा किसी कारणवश किसी वर्ष नहीं निकाली गई तो पूरे इलाके में भयानक आपदा आती है और कई लोगो की अकाल मृत्यु भी हो जाती है। इसी कारण से बिना किसी साल स्थगित किये हजारों वर्षों से सती की याद में शोभा यात्रा निकल जाती है।
पुनाडीह से निकलने वाली सती शोभायात्रा में सात नागाओं के पीछे कांधे पर सती की झांकी के साथ राम दरबार, राधा कृष्ण की भी झांकी निकाली जाती है। हाथी घोड़े बैंड बाजे के साथ निकाली गई सती शोभायात्रा में ग्रामीण एक दूसरे को गुलाल लगाते हैं। साथ ही पूरे रास्ते भजन कीर्तन के साथ होली गीत का आयोजन किया जाता है। सती शोभायात्रा में अलग अलग मुहल्लों से कई आकर्षक झांकियां निकाली जाती है।
नागा की टोली के साथ हाथी घोड़ा बैंड बाजा एवं होली गायन के साथ नगर भ्रमण करते हुए संबलपुर सती घाट पर समापन किया जाता है l निजामपुर से राम सीता , राधे श्याम एवं शंकर पार्वती की आकर्षक झांकियां निकाली जाती है l इस सती शोभा यात्रा को क़ई तस्वीरों के द्वारा देखा जा सकता है कि लोग इसे किस तरह से मनाते है औऱ इस दरम्यान कितनी भीड़ उमड़ती है। इस कार्यक्रम में पटना सदर प्रमुख नीलम देवी समाजसेवी नरेशचन्द्र यादव,किशोर कुमार लहेरी,समाजसेवी रौशन राजा इत्यादि लोग मौजूद रहे।
पटना से रजनीश की रिपोर्ट