Bihar News: मोदी नीतीश मौन क्यों? पटना में भाई-बहनों की हत्या कर शव को अपराधियों ने घर में जलाया तो सरकार पर भड़के तेजस्वी यादव, कोई कहीं सुरक्षित नहीं....
Bihar News: जब जब सत्ता सोती है, अपराधी बेखौफ होता और इंसान जलता है... ये कहना विपक्ष का है। पटना में बीते दिन जिस हैवानियत से दो नाबालिग भाई बहनों की हत्या की गई और उनके शव को उनके ही घर में बेड पर पेट्रोल डालकर जला दिया गया सवाल उठना लाजमी भी है.

Bihar News: राजधानी पटना से दिल दहला देने वाली घटना गुरुवार को सामने आई। घटना के बाद पूरे बिहार में सनसनी फैल गया। राजधानी पटना में अपराधियों ने दो नाबालिग बच्चों की बेरहमी से हत्या कर उनके शव को जला दिया। घटना के बाद विपक्ष के नेता सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले को लेकर नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है। विपक्ष के नेताओं ने नीतीश सरकार को निक्कमी सरकार करार दिया है। तेजस्वी यादव की बहन और सारण से लोकसभ प्रत्याशी रोहिणी आचार्य ने भी नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। आइए पहले जानते हैं पूरा मामला क्या है?
क्या है पूरा मामला
दरअसल, पूरा मामला पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत नगवां गांव का है। जहां गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जानकारी अनुसार घर में अकेले मौजूद 14 वर्षीय अंजलि और 12 वर्षीय अंशु की बेरहमी से हत्या कर दी गई और फिर दोनों के शवों को बेड पर रखकर जला दिया गया। दोनों बच्चे कुछ देर पहले ही स्कूल से लौटे थे। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। शव जिस कमरे में मिले, उसका दरवाजा बाहर से बंद था। शुरुआती जांच में पुलिस को अंदेशा है कि किसी ने पहले दोनों की गला दबाकर हत्या की और फिर पेट्रोल डालकर शवों को जलाने की कोशिश की, ताकि पहचान और साक्ष्य मिटाया जा सके।
माता-पिता थे घर से बाहर
बच्चों के पिता ललन गुप्ता निर्वाचन आयोग में कैजुअल कर्मचारी हैं, जबकि मां शोभा देवी पटना एम्स में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में कार्यरत हैं। घटना के वक्त दोनों माता-पिता अपने-अपने काम पर गए हुए थे। पिता ललन गुप्ता ने बताया कि उन्हें दोपहर करीब ढाई बजे पत्नी ने फोन कर घटना की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, घर के भीतर लूटपाट के कोई निशान नहीं हैं। अलमारी और अन्य कीमती सामान वैसे ही मौजूद हैं। इससे यह आशंका गहराई है कि वारदात किसी अन्य मकसद से की गई, संभवतः बच्चों ने आरोपियों को पहचान लिया होगा।
इलाके में अपराधियों की गतिविधि
स्थानीय लोगों के मुताबिक, इलाके में असामाजिक तत्वों, नशाखोरी और अवैध गतिविधियों का बोलबाला है। घर के पीछे शराबियों और स्मैकियों का जमावड़ा बना रहता है। लोगों ने आशंका जताई है कि कुछ बदमाश गलत इरादे से घर में घुसे होंगे और विरोध करने पर बच्चों की हत्या कर दी गई होगी।
शव जलाने की गंध
चौंकाने वाली बात यह है कि बच्चों को जलाया गया, फिर भी किसी ने चीखने की आवाज नहीं सुनी। इससे माना जा रहा है कि उन्हें पहले मार दिया गया और फिर शवों को जलाने की कोशिश की गई। जब मां शोभा देवी घर पहुंचीं तो उन्होंने जलने की गंध महसूस की और पड़ोस में काम कर रहे मजदूरों की मदद से पीछे से घर में घुसकर दरवाजा खुलवाया। घटनास्थल पर पहुंचे फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि कमरे में पेट्रोल की तेज महक थी। उन्होंने आशंका जताई कि हत्या के बाद आरोपियों ने पीछे के रास्ते से भागने के लिए दरवाजा बाहर से बंद किया होगा।
तेजस्वी ने कहा- घर कार्यालय या अस्पताल आम आदमी कहीं सुरक्षित नहीं
वहीं इस घटना को लेकर तेजस्वी यादव, रोहिणी आचार्य और वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने नीतीश सरकार पर जबरदस्त हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने ट्विट कर लिखा कि, "पटना में सत्ता संरक्षित अपराधियों ने घर में घुसकर नर्स के दो नाबालिग बेटों को जिंदा जलाया। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि अब घर, कार्यालय, अस्पताल कहीं कोई सुरक्षित नहीं। CM अचेत, बदमाश सचेत"। वहीं रोहिणी आचार्य ने ट्विट कर लिखा कि, "निक्कमी सरकार के हाथ बंधे, आँखों पर पट्टी और मुँह पर जड़ा है ताला, हर तरफ हाहाकार मचा है क्यूँकि बिहार में है सिर्फ अपराधियों का बोलबाला।
मुकेश सहनी ने साधा निशाना
वाआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने भी बिहार सरकार पर हमला बोला है। मुकेश सहनी ने ट्विट कर कहा कि,"पटना में सत्ता के संरक्षण में पल रहे अपराधियों ने सारी हदें पार कर दीं, एक नर्स के घर में घुसकर उसके दो मासूम बेटों को जिंदा जला दिया। बिहार में हालात इतने डरावने हो चुके हैं कि अब घर हो, दफ्तर या अस्पताल कहीं भी आम आदमी सुरक्षित नहीं। नीतीश-मोदी मौन हैं! आखिर कब तक अपराधियों को सत्ता की छाया में खुली छूट मिलती रहेगी? क्या मासूमों की चीखें भी सरकार को सुनाई नहीं दे रही ? जब सत्ता सोती है, तब अपराध बेखौफ होता है और इंसाफ जलता है।