Bihar Politics : राजद सुप्रीमो लालू यादव ने रविवार को केंद्र की मोदी सरकार पर रेलवे का बंटाधार करने का आरोप लगाया. उन्होंने पिछले 10 वर्षों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में रेलवे द्वारा आम लोगों का शोषण करने और रेलवे को घाटे में ले जाने का आरोप लगाया. लालू यादव ने सोशल मीडिया पर किए एक पोस्ट के माध्यम से अपने कथित आरोपों में कई किस्म के गंभीर आरोप लगाए हैं. पूर्व रेल मंत्री लालू यादव ने बताया है कि कैसे पीएम मोदी के 10 वर्षो के शासन में देश में रेलवे की सेवाएं आम लोगों के लिए दुष्कर हो गई हैं.
लालू ने कहा, ‘10 बरसों में मोदी की NDA सरकार ने:- रेल का किराया भाड़ा बढ़ा दिया. प्लेटफार्म टिकट का दाम बढ़ा दिया. स्टेशन बेच दिए, जनरल बोगियां घटा दी. बुजुर्गों को मिलने वाला लाभ खत्म कर दिया. सेफ्टी-सिक्यॉरिटी घटाने पर रोज हादसे हो रहे है। फिर भी कहते है रेलवे घाटे में है। अब ये कहीं रेल की पटरियां ना बेच दें।‘
दरअसल, लालू यादव वर्ष 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे. उनके रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे में जहां एक ओर किफायती किराए वाली गरीब रथ जैसी वातानुकूलित ट्रेनें चली वहीं उस दौरान रेल किराया भी नहीं बढ़ाया गया था. इतना ही नहीं रेलवे के लाभ अर्जित करने का भी तब रिकॉर्ड बना था. ऐसे में अपने रेल मंत्री रहने की अवधि को लालू यादव कई बार रेलवे का स्वर्णिम काल बता चुके हैं. साथ ही उस दौरान रेलवे द्वारा आम लोगों को कई प्रकार की सुविधाएं देने का दावा किया गया था.
वहीं वर्ष 2014 से केंद्र में एनडीए सरकार बनने के बाद से लगातार रेलवे में अलग किस्म के बदलाव देखे गए. इसमें रेल बजट को समाप्त करने से लेकर ट्रेनों में स्लीपर और जनरल कोचों की संख्या कम करने. वंदे भारत सीरिज की कई ट्रेनों के परिचालन सहित वरिष्ठ नागरिकों को टिकट पर मिलने वाली छूट खत्म करने का निर्णय लिया गया. वहीं हालिया समय में रेलवे में बड़े स्तर पर दुर्घटना के मामले सामने आए हैं. रेल किराया और माल ढुलाई भी बढ़ गया है. ऐसे में अब लालू यादव ने इन तमाम मुद्दों को सामने रखकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है.