Patna - बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा 200 यूनिट फ्री बिजली देने के वायदे को हास्यास्पद बताया हैं। उन्होंने कहा है कि उनके माता-पिता के 15 वर्षों के राज में बिहार में अंधेरा छाया रहता था। गांवों में बिजली के दर्शन नदारद थे। महज कुछ घन्टों के लिए आने वाली बिजली अखबारों की सुर्खियां बनती थी। राजद शासन काल के अंतिम वर्ष 2005 में जहां बिहार में मात्र 700 मेगावाट बिजली की उपलब्धता थी। वहीं इस साल के अंत में बिहार में स्थापित बिजली क्षमता करीब 7323 मेगावाट है। जबकि पीक ऑवर में खपत बढ़कर 8,005 मेगावाट हो गई है। किसानों को महज 65 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।
प्रति व्यक्ति बिजली की खपत 360 यूनिट हो गई है
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत 360 यूनिट हो गई है । जबकि साल 2005 में यह महज 70 यूनिट थी। बिहार में शहरी इलाकों में 23-24 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 21-22 घंटे बिजली की आपूर्ति होती है। 33 किलोवोल्ट लाइन की लंबाई 2005 में महज 5,754 सीकेएम थी, जो 2024 में बढ़कर 18,882.3 सीकेएम हो गई है। इसी प्रकार बिहार में पावर सब स्टेशन की संख्या 2005 की 368 से बढ़कर 1,250 हो गई है।जबकि ग्रिड सब स्टेशन की संख्या 45 से बढ़कर 168 हो गई है। इसी तरह संचरण लाइन की कुल लंबाई 5,000 सर्किट किलोमीटर से बढ़कर 20,067 सर्किट किलोमीटर हो गई है।
गांव में 65 पैस प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है
मंगल पाण्डेय ने कहा कि दरअसल लालटेन की रौशनी में बिहार को पीछे धकेलने वाला राजद आज माल महाराज के मिर्जा खेले होली की लोकोक्ति को चरितार्थ कर रहा है। जब एनडीए सरकार ने अथक परिश्रम कर हर गांव और हर घर तक पर्याप्त बिजली पहुंचा दी है तो राजद को झांसे के तहत फ्री बिजली देने की याद आ रही है। हर गंाव तक पर्याप्त बिजली पहुंचा दी गयी है। गांव में 65 पैस प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है। तो राजद लोगों को फ्री बिजली देने का झांसा दे रहा है। जनता जानती है कि राजद को जब भी मौका मिला कभी भी जनहित का काम नहीं करती बल्कि जनता को लूटने का काम करती है।
पटना से वंदना की रिपोर्ट