पकड़ी गई 32 साल की 25 दुल्हों की इकलौती लुटेरी दुल्हन,26वा दूल्हा बन पुलिस कांस्टेबल ने बिछाया जाल दबोच ली गई अनुराधा पासवान,बिहार से है तगड़ा कनेक्शन
लुटेरी दुल्हन के तौर पर कुख्यात महज 7 महीनों में 25 शादियां कर चुकी अनुराधा हर बार शादी होने के कुछ दिन बाद ही जेवरात और कीमती सामना लपेटकर हो जाती थी फरार. लुटेरी दुल्हन को पकड़ने खातिर पुलिस ने एक कांस्टेबल को 'दूल्हा' बनाकर जाल बिछाया जाल

N4N डेस्क: सवाई माधोपुर की मानटाउन थाना पुलिस ने मुकदमे में वांछित 'लुटेरी दुल्हन' अनुराधा को गिरफ्तार किया है. बड़ी बात यह है कि ये लुटेरी दुल्हन 25 शादियां कर चुकी है और हर बार शादी होने के कुछ दिन बाद ही वह जेवर पैसे और कीमती सामना लपेटकर फरार हो जाती थी. अमुमन हर बार उसकी स्क्रिप्ट एक जैसी रहती- गरीबी से जूझती मासूम लड़की, जो शादी के लिए तरस रही है, साथ में बेरोज़गार भाई और आर्थिक तंगी. इसके बाद शुरू होता उसका खेल. अनुराधा का एक गैंग है, जो उसके फोटो और फर्जी प्रोफाइल को अलग-अलग शहरों के लोगों तक पहुंचाता. इसका गैंग हर बार नया नाम, नया शहर और नई पहचान बनाकर फर्जी शादी का खेल खेलते और शिकार को लुटकर फरार हो जाते. दरअसल मैचमेकर के रूप में गैंग का एक सदस्य, लड़के वालों से करीब 2 लाख रुपये में शादी तय करता. शादी आमतौर पर मंदिर में या घर पर हिन्दू रीति-रिवाज़ से होती, और फिर अनुराधा ससुराल में आदर्श बहू बनकर सबका दिल जीतने लगती. कुछ ही दिनों बाद, खाना में नशे की दवा मिलाकर पूरे परिवार को सुला देती और गहने, नकदी और कीमती सामान लेकर चुपचाप फरार हो जाती या कोई बहाना बनाकर कर लापता हो जाती. लेकिन इसके खिलाफ राजस्थान के सवाईमाधोपुर के मानटाउन थाने में लुटेरी दुल्हन के शिकार विष्णु शर्मा ने मामला दर्ज करवाया तो पुलिस सक्रीय हुई और फिर पकड़ने खातिर पुलिस ने एक कांस्टेबल को 'दूल्हा' बनाकर जाल बिछाया और फिर भोपाल से पकड़ने में सफलता हासिल की है और उससे पूछताछ करने में जुटी हुई है.
सवाई माधोपुर में हुआ था बड़ा खुलासा
दरअसल, 20 अप्रैल को सवाई माधोपुर निवासी विष्णु शर्मा की शादी अनुराधा से हुई। शादी के बदले बिचौलिए पप्पू मीणा को 2 लाख रुपये दिए गए थे। लेकिन दो हफ्ते बाद ही, अनुराधा ने 1.25 लाख के गहने, 30 हजार रुपये नकद और 30 हजार का मोबाइल फोन लेकर घर से भाग निकली. विष्णु ने कहा कि 'मैं ठेले पर काम करता हूं, कर्ज लेकर शादी की थी. जो मोबाइल उधार लिया था, वो भी ले गई. ऐसा धोखा होगा, सोचा नहीं था. विष्णु ने बताया, 'उस रात कुछ अजीब था,मैं जल्दी सो गया, जैसे किसी ने नींद की दवा दी हो. अगली सुबह जब उठा, तो अनुराधा गायब थी और सामान भी. परिवार ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस का ऑपरेशन
शिकायत के बाद, सवाई माधोपुर पुलिस ने एक कांस्टेबल को 'दूल्हा' बनाकर जाल बिछाया। गैंग के एजेंट ने फिर कई लड़कियों की तस्वीरें दिखाई और अनुराधा का नंबर दिया. जैसे ही शादी की प्रक्रिया शुरू हुई, पुलिस ने अनुराधा को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस जांच में सामने आया कि सभी कागजात, शादी के एग्रीमेंट और प्रोफाइल फर्जी थे. वही अनुराधा पासवान जो मूल रूप से यूपी के महाराज गंज की निवासी है.
गैंग में बिहार के सदस्य
अनुराधा ने विष्णु शर्मा के घर से फरार होने के बाद भोपाल में काला पीपल पन्ना खेडी के गब्बर से 2 लाख रूपए लेकर पुनः विवाह कर लिया था और उसके साथ रह रही थी. अबतक आरोपी अनुराधा 7 महीनों में लगभग 25 लोगों के साथ फर्जी विवाह कर धोखाधड़ी कर चुकी है यानी अगर एवरेज निकालें तो यह लुटेरी दुल्हन हर 8वें दिन नई शादी रचा रही थी. इसके गैंग में 3 सदस्य बिहार के निवासी है जो अनुराध के लिए मैचमेकर के तौर पर राजस्थान, हरियाणा से लेकर उत्तराखंड में सक्रिय बताए जाते है जहाँ शादी खातिर लडकियों की कमी है.