Bihar Police:अब बिहार में ठांय-ठांय करना पड़ेगा महंगा,सबसे पहले टॉप-10 अपराधियों को नेस्तनाबूद करेगी पुलिस, लिस्ट तैयार
Bihar Police: टॉप 10 अपराधियों का चयन उनके गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड के आधार पर किया गया है। इनमें हत्या, डकैती, अपहरण और संगठित अपराध जैसे मामले शामिल हैं।

Bihar Police:बिहार पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बिहार पुलिस ने घोषणा की है कि वह राज्य के सबसे खतरनाक और वांछित अपराधियों पर कार्रवाई तेज करेगी। इसके तहत, पुलिस ने टॉप-10 अपराधियों की एक सूची तैयार की है, जिन्हें सबसे पहले टारगेट किया जाएगा।
सूबे में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने और कानून व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है। पिछले तीन महीनों में चार बार मुठभेड़ होने के बाद,यह निर्णय लिया गया है कि इन अपराधियों को पकड़ने या उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।पिछले तीन महीनों में पटना समेत कई जिलों में पुलिस और अपराधियों के बीच चार मुठभेड़ हुईं, जिससे न केवल अपराधियों की गिरफ्तारी में तेजी आई, बल्कि उनके नेटवर्क भी ध्वस्त हुए। अररिया, मुंगेर, गया और भोजपुर जैसे जिलों में पुलिस ने लगातार कार्रवाई की है। जैसे ही अपराधियों की उपस्थिति की सूचना मिलती है, उन्हें घेरकर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ), स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और जिला पुलिस के संयुक्त प्रयासों ने संगठित अपराध और नक्सलवाद पर कड़ा नियंत्रण स्थापित किया है। एसटीएफ की विशेष जांच इकाइयों (SIG), चीता बल और अभियान दलों के माध्यम से राज्य में अपराधियों के लिए कोई सुरक्षित स्थान नहीं बचा है।
टॉप 10 अपराधियों का चयन उनके गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड के आधार पर किया गया है। इनमें हत्या, डकैती, अपहरण और संगठित अपराध जैसे मामले शामिल हैं।जिनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज हैं और जो लंबे समय से फरार हैं, उन्हें प्राथमिकता दी गई है। ऐसे अपराधी जो समाज में डर और अस्थिरता फैलाने के लिए कुख्यात हैं, उन्हें इस सूची में रखा गया है। जेल में रहकर या राज्य के बाहर से अपराध करने वाले अपराधियों की भी कड़ी निगरानी की जा रही है। साथ ही, उन्हें समर्थन देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
राज्य सरकार अवैध हथियारों की तस्करी और गोलियों की खरीद-फरोख्त पर लगाम लगाने के लिए नई नीति लागू करने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में सुशासन की राह में अब किसी भी तरह की रुकावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बिहार पुलिस ने पिछले तीन महीनों में चार बार बड़े ऑपरेशन किए हैं। इन मुठभेड़ों में कई वांछित अपराधी मारे गए या गिरफ्तार हुए।इन अभियानों में खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी का अहम योगदान रहा। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और अन्य इकाइयों ने इन ऑपरेशनों को अंजाम दिया है।पुलिस आधुनिक तकनीकों जैसे ड्रोन सर्विलांस, कॉल ट्रैकिंग और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग कर रही है। स्थानीय लोगों से सूचना जुटाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।किसी भी सूचना पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं।
बहरहाल बिहार पुलिस द्वारा टॉप-10 अपराधियों को टारगेट करने की यह पहल से न केवल संगठित अपराधों पर लगाम लगेगी बल्कि आम जनता में सुरक्षा की भावना भी बढ़ेगी।