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Bihar News: बिहार के बच्चों को इस प्रोजेक्ट के लिए देश में मिला पहला स्थान, सैमसंग कंपनी ने 50 लाख रुपए का दिया इनाम

Bihar News: बिहार के बच्चों को इस प्रोजेक्ट के लिए देश में मिला पहला स्थान, सैमसंग कंपनी ने 50 लाख रुपए का दिया इनाम

Bihar News: बिहार के छात्रों के बुद्धिमता की चर्चा पूरे विश्व भर में होती है। एक बार फिर बिहार के तीन छात्रों नें अपने प्रतिभा का परचम लहरा कर इस बात को साबित किया है। दरअसल, पटना के किलकारी बाल भवन के बच्चों के आर्सेनिक फिल्टर प्रोजेक्ट को देशभर में प्रथम पुरस्कार मिला है। इसका आयोजन सैंमसंग कंपनी की ओर से किया गया था। इन बच्चों को अब 50 लाख का पुरस्कार मिलेगा।  बता दें कि, सैंमसंग कंपनी की ओर से पूरे देश में विज्ञान पोजेक्ट को लेकर एक प्रतियोगिता करवाई गई थी। इस प्रतियोगिता में 8 प्रोजेक्ट का चयन किया गया था। इन 8 प्रोजेक्ट में से आर्सेनिक प्रोजेक्ट को देशभर में बेस्ट प्रोजेक्ट का स्थान मिला है। वहीं प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों 50 लाख रूपए का चेक भी दिया गया । 

प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों की टीम में तीन छात्र-छात्राएं शामिल थे। जिनका नाम क्रमश: अर्पित, शांभवी और अभिजीत कुमार है। इस संदर्भ में छात्र अर्पित ने बताया कि अब तक इस फिल्टर को पांच पेंटेंट मिले हैं। इसमें एक भारत सरकार से और एक इंटरनेशनल पेटेंट शामिल है। वहीं तीन पेटेंट भारत सरकार से इसके डिजाइन को मिला हुआ है। वहीं किलकारी की कार्यक्रम अधिकारी अनिता कुमारी ने बताया कि यह आर्सेनिक फिल्टर को बच्चों ने खुद तैयार किया है। छात्र अर्पित ने बताया कि इस फिल्टर को तैयार करने में चार साल लग गये। इस फिल्टर का एक प्रोडक्ट भारत सरकार के जेम पोर्टल पर भी उपलब्ध है। 


इस पोर्टल से लोग फिल्टर की खरीदारी करते हैं। अब तक सैकड़ों फिल्टर बिक चुके हैं। 40 फिल्टर का ऑर्डर हमें मिला हुआ है। छात्र ने बताया कि हमारा दो करोड़ की आबादी को आर्सेनिक मुक्त पानी उपलब्ध करने का लक्ष्य है। सबसे पहले स्कूलों के चापाकल और नल में इस फिल्टर को लगाया जाएगा। उसके बाद गांव और फिर हर घर तक इस फिल्टर को लगाया जाएगा ताकि इन इलाकों को आर्सेनिक मुक्त किया जा सके। अब तक पटना, भोजपुर, बक्सर के कई गांवों के चापाकल, नल में इस फिल्टर को लगाया जा चुका है। इन इलाकों के हजारों लोगों को आर्सेनिक मुक्त पानी मिल रहा है। इस फिल्टर को किलकारी बाल भवन के चार बाल वैज्ञानिक ने मिलकर तैयार किया है।

किलकारी बाल भवन की निदेशिका ज्योति परिहार का कहना है कि किलकारी परिसर के लिए यह गर्व की बात है। इन बच्चों ने काफी मेहनत की है। बता दें कि बिहार के कई जिले में आर्सेनिक युक्त पानी पीनें से कई लोग कैंसर  जैसी गंभीर बिमारी से ग्रसित हो जाते हैं। जिसके कारण उनकी असमय मृत्यु हो जाती है। बिहार में कैंसर के कारण हजारों परिवार बर्बाद हो चुके हैं यह प्रोजेक्ट उन जिलों के लिए मील का पत्थर साबित होगा जहां के पानी में अर्सेनिक की मात्रा ज्यादा है।

रितिक की रिपोर्ट

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