PATNA : बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय केंद्र के रास्ते पर चल निकले हैं। जिस तरह से मंगलवार को राज्यसभा में देश के स्वास्थ्य मंत्री ने यह बयान दिया था कि दूसरे फेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई थी। अब बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने यह कह दिया है कि बिहार में सरकार ने हर मरीज तक ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की।
मंगल पांडेय ने अपनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि पहले चरण में हमने कोरोना से निपटने के लिए बेहतर तरीके से काम किया। लेकिन दूसरे चरण में ऑक्सीजन की डिमांड तेजी से बढ़ गई। मंगल पांडेय ने बताया कि जहां अप्रैल में औसतन 16 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत ही होती थी, अगल 25 दिनों में यह बढ़कर 232 मैट्रिक टन पर पहुंच गई। इन सब स्थितियों के बाद भी हमारी सरकार डटी रही और केंद्र सरकार के सहयोग से ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाया गया। रिफलिंग प्लांट की संख्या को बढ़ाया गया। हर सरकारी और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती मरीजों को मिले, सरकार ने इसकी पूरी व्यवस्था की।
31 अगस्त तक बिहार में सारे ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण
मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए 122 प्लांट लगाए जा रहे हैं, उसके अलावा 10 मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन टैंकर की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि आगामी 31 अगस्त तक सभी प्लांट के निर्माण का काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
बच्चों के वार्ड में हो रहा सुधार
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कोरोना के तीसरे चरण में बच्चों के संक्रमित होने की संभावना को देखते हुए बच्चों के सभी वार्डों में सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के तीसरे फेज से निपटने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है।
पटना से रंजन की रिपोर्ट