PATNA: नियोजित शिक्षकों के लिए शनिवार का दिन अत्यधिक अहम माना जा रहा है। क्योंकि कई दिनों के विरोध प्रदर्शन के बाद आज मुख्यमंत्री आवास में सीएम नीतीश ने महागठबंधन के नेताओं और शिक्षकों के साथ बैठक किया। यह बैठक लगभग दो घंटों तक चली। बैठक के दौरान शिक्षकों की तमाम मांगों को लेकर सीएम नीतीश ने चर्चा की और अपनी ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया भी दी। बैठक के बाहर आने के बाद महागठबंधन के नेताओं का कहना है कि, सरकार ने इस शिक्षकों की मांगों को और उनकी बातों को सुना है समझा है और साथ ही उन्होंने शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए भी भरोसा दिया है।
बता दें कि, आज के बैठक के बाद भी बिहार माध्यमिक शिक्षा संघ के प्रदेश अध्यक्ष थोड़े निराश दिखें। उन्होंने कहा कि सीएम आवास में बैठक हुई है। बैठक में सकारात्मक बात होने की बात कही जा रही है। लेकिन कितनी सकरात्मक बात हुई है यह तो बैठक में शामिल लोग ही बता सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने थोड़ी निराशा के साथ कहा कि, हम लोग जितना उपेक्षा कर रहे थे परिणाम उतना सकारात्मक नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि, हमलोगों की इच्छा थी कि सरकार अश्वासन दे कि राज्यकर्मी बनाने के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। और नियोजित शिक्षकों को दोबारा परीक्षा नहीं देना होगा। उन्होंने कहा कि हमलोगों को चाही कि सराकर 15 अगस्त को शिक्षकों को राज्यकर्मा का दर्जा देने का घोषणा कर दें। क्योंकि चुनाव सामने है और सभी नेता दौरे पर निकल रहे हैं, इसलिए शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा जल्द से जल्द दी जाए।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि, सरकार से सकारात्मक बात होने की जानकारी दी जा रही है तो हम इसको नकारात्मक रुप में नहीं लेंगे। और फिलहाल कोई धरना प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि शिक्षक संघ 15 अगस्त तक घोषणा होने का इंतजार करेगी। घोषणा ना होने पर धरना की ओर रूख अपनाया जाएगा।