PATNA : नीतीश सरकार को बदनाम करने वाले बीईओ को सस्पेंड कर दिया गया है। दो दिन पहले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ था । वायरल ऑडियो में बीईओ सीएम हाऊस को मैनेज करने व शिक्षक नियोजन के लिए एक अभ्यर्थी को 8 लाख रू इंतजाम करने को कह रहे थे। ऑडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दिये थे।
शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी
बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने बताया कि मुरलीगंज BEO का जो ऑडियो वायरल हुआ था। उसकी जांच की गई है। जांच में आरोप प्रमाणित पाए गए। इसके बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। मंत्री ने कहा की अफसर का जो ऑडियो वायरल हुआ था, वह काफी आपत्तिजनक था। यह बर्दाश्त के लायक नहीं था। जिला शिक्षा पदाधिकारी से इसकी जांच कराई गई। फिर शिक्षा विभाग ने आरोपी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निलंबित किया है। आगे जांच में अगर और भी बात मिली तो उससे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बताते चलें की बीते 15 सितंबर को मुरलीगंज बीईओ का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें किसी गुड्डू नाम के अभ्यर्थी से प्राथमिक शिक्षक नियोजन 2019-20 के लिए आठ से दस लाख रुपए रिश्वत मांगते हुए सुना गया था। यह ऑडियो जिले के विभिन्न सोशल प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हुआ था।
रोचक बात यह कि अभ्यर्थी से पैसों की मांग करनेवाले बीईओ वरीय पदाधिकारी से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय को मैनेज करने का हवाला दे रहे हैं। हालाँकि यह बात कहकर वह खुद बुरी तरह से फंस गए हैं। मधेपुरा डीईओ ने इसे बेहद गंभीर मामला माना। डीईओ ने बीईओ को शो कॉज करते हुए वायरल ऑडियो पर जवाब मांगा था। डीईओ ने कहा था कि अगर समय पर जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। हालाँकि अभी उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
पटना से विवेकानन्द की रिपोर्ट