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देश में घट गई हिंदूओं की आबादी, 78 फीसदी पर पहुंचे, आजादी के बाद पांच प्रतिशत बढ़ गई मुस्लिमों की आबादी

देश में घट गई हिंदूओं की आबादी, 78 फीसदी पर पहुंचे, आजादी के बाद पांच प्रतिशत बढ़ गई मुस्लिमों की आबादी

PATNA :  लोकसभा चुनाव में लगातार हिंदूओं की देश में घटती संख्या को लेकर लगातार चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा है। वहीं इन सबके बीच प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार समिति की 167 देशों पर कई गई  एक स्टडी रिपोर्ट सामने आई है, जिसके अनुसार भारत में 1950 से 2015 तक 65 सालों के अंतराल में बहुसंख्यक हिंदुओं की आबादी में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इस अवधि में देश की आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी में 6 पर्सेंट की गिरावट आ गई। इस दौरान भारत में मुस्लिमों की आबादी में पांच फीसदी की बढ़ोतरी  हुई है। 

स्टडी के अनुसार एक तरफ भारत में हिंदुओं की हिस्सेदारी घट गई है तो वहीं अल्पसंख्यक मुस्लिमों, ईसाई, बौद्ध और सिखों की आबादी में इजाफा हुआ। वहीं हिंदुओं के अलावा जैन और पारसियों की भी आबादी में हिस्सेदारी इस अवधि में घटी है।

PM आर्थिक सलाहकार परिषद ने सर्वे में पाया है कि भारत में साल 1950 से 2015 के बीच मुस्लिम आबादी की जनसंख्या 43.15 प्रतिशत बढ़ी है। 1950 में मुस्लिम आबादी का हिस्सा आबादी में 9.84 प्रतिशत था, जो 2015 में बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गया है।  वहीं इसी दौरान हिन्दूओं की हिस्सेदारी में 7.81 प्रतिशत कम हो गई है। हिंदुओं की आबादी 84.68 प्रतिशत से घटकर 78.06 प्रतिशत हो गई है। म्यांमार के बाद भारत में ही सबसे ज्यादा हिंदु आबादी कम हुई है। म्यांमार में भी हिंदुओं की आबादी 10 फीसदी तक घटी है। यह 167 देशों के किए गए सर्वे में सबसे ज्यादा है।

भारत में मुस्लिम सरंक्षित भी हैं और सुरक्षित भी

डाटा के विश्लेषण से पता चला है कि भारत में अल्पसंख्यक न केवल संरक्षित हैं बल्कि फल-फूल रहे हैं। दक्षिण एशियाई देशों में बहुसंख्यकों की हिस्सेदारी बढ़ी है। बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, भूटान और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक यानी हिंदू आबादी घट गई है। भारतीय उपमहाद्वीप में मालदीव को छोड़ सभी मुस्लिम-बहुल देशों में बहुसंख्यक धार्मिक संप्रदाय की हिस्सेदारी में वृद्धि देखी गई है।

सिख, ईसाई और बौद्ध की भी बढ़ी आबादी

प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध और सिख आबादी की हिस्सेदारी बढ़ी है, जबकि जैन और पारसी आबादी की हिस्सेदारी में गिरावट आई है। 1950 से 2015 के बीच ईसाई 2.24 से बढ़कर 2.36 प्रतिशत, सिख 1.24 से बढ़कर 1.85 प्रतिशत और बौद्ध 0.05 से बढ़कर 0.81 प्रतिशत हो गए हैं। दूसरी ओर, जैन 0.45 से घटकर 0.36 प्रतिशत और पारसी 0.03 से घटकर 0.004 प्रतिशत हो गई है।

बांग्लादेश और पाकिस्तान में तेजी से बढ़े बहुसंख्यक मुसलमान

बता दें कि एक तरफ भारत की आबादी में बहुसंख्यक हिंदुओं का शेयर घटा है। वहीं पड़ोसी बांग्लादेश और पाकिस्तान में बहुसंख्यक मुस्लिमों की संख्या तेजी से बढ़ी है। बांग्लादेश में मुस्लिमों की हिस्सेदारी 18.5 पर्सेंट बढ़ गई है। वहीं पाकिस्तान में यह इजाफा 3.75 पर्सेंट का है।

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