PATNA: लॉकडाउन में प्आरवासी मजदूरों से रेल भाड़ा लिए जाने को लेकर पिछले दो दिनों से बिहार की राजनीति गरम है।आज तेजस्वी यादव के बाद आएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने भी सीएम नीतीश पर बड़ा अटैक किया था.उन्होंने सीएम नीतीश को ठगविद्या का महामहिम करार दिया था.उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि हे ठगविद्या के महामहिम नीतीश कुमार जी, न कोई नंम्बर लग रहा है और न वेबसाइट का कुछ अता-पता है। आगे लिखा है कि कोरोना संकट में मजदूरों एवं उनके परिजनों की हालत खराब होती जा रही है। आप अपनी अकर्मण्यता छुपाने हेतु रोज-रोज अपनी ठग शास्त्र का पन्ना पलटने में क्यों लगे हैं ?
उपेन्द्र कुशवाहा के इस बयान के बाद जेडीयू ने कड़ा एतराज जताया है.पार्टी के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने उपेन्द्र कुशवाहा की जमकर खबर ली है.उन्होंने कहा कि..हे परजीवी प्रजाति के उम्दा राजनेता, आपके शब्दो से ही आपकी आदतों और संस्कार की जानकारी स्वतः मिल जाती है। आप जैसे नेता जो दूसरों के पैरों पर गिरकर अपनी राजनीति को धूमकेतु के समान चमकाने का सपना देखने वाले भ्रमण शील नेता का यही हाल होता है। आज आपकी यह दुर्दशा जनता ने बनाकर रख दिया है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की वजह से राजनीति की पारी की शुरुआत करने वाले उपेंद्र कुशवाहा को युवा लोकदल का प्रदेश महासचिव बनाया गया । समता पार्टी का विधायक तत्पश्चात बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का ओहदा दिलाने में नीतीश कुमार को श्रेय जाता है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा अपनी उच्च आकांक्षाओं के कारण नीतीश जी की छत्रछाया से अलग हो गए, अलग होने पर जनता ने आपको अपनी वाजिब जगह पर ला खड़ा किया। आपकी दुर्दशा पर तरस खाकर नीतीश कुमार ने देश के उच्च सदन राज्यसभा में आपको नामित करने का काम किया। पर उपेंद्र कुशवाहा आप तो ठहरे एहसान फरामोश... आपने फिर नीतीश कुमार को धोखा देकर अलग हो। अपने को कर्मों के कारण आज आप मानसिक दिवालियापन के शिकार हो गए हैं।