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CBI के हाथ खाली...ब्रह्मेश्वर मुखिया-नवरूणा केस में कातिलों को पकड़ना तो दूर सीबीआई अपराधिय़ों का सुराग भी नहीं लगा पाई

CBI के हाथ खाली...ब्रह्मेश्वर मुखिया-नवरूणा केस में कातिलों को पकड़ना तो दूर सीबीआई अपराधिय़ों का सुराग भी नहीं लगा पाई

PATNA: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच अब सीबीआई करेगी. बिहार सरकार की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है. सीबीआई जांच की मंजूरी मिलने के बाद अब सुशांत के परिजनों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है, क्योंकि घटना से करीब डेढ़ महीने बाद भी मुंबई पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची थी.

सुशांत केस की जांच सीबीआई को दिए जाने के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर तमाम राजनीतिक दल के नेताओं ने कहा है कि अब न्याय होगा।लेकिन बिहार के कई ऐसे केस हैं जिसे सीबीआई सुलझाने में अब तक विफल रही है।बिहार की सबसे बड़ी 2 केसा की जांच सीबीआई कर रही है लेकिन सात साल बाद भी सीबीआई एक कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई है।

ब्रहमेश्वर हत्याकांड में सीबीआई के हाथ खाली

सीबीआई भले ही तेजतर्रार जांच एजेंसी मानी जाती हो, लेकिन बिहार के 2 केसों ने सीबीआई की सक्रियता की पोल खोल दी है। रणवीर सेना सुप्रीमो ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में सीबीआई के पसीने छूट रहे हैं.वहीं मुजफ्फरपुर की नवरुणा कांड मामले में भी सीबीआई अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. नवरुणा कांड की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हो रही है, सीबीआई जांच की समय सीमा लगातार बढ़वा रही है लेकिन अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है.

नवरूणा कांड में भी सीबीआई कातिलों को खोज पाने में विफल

 ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या1 जून 2012 को हुई थी. बढ़ते दबाव के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुखिया हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने का निर्णय लिया था।नीतीश सरकार ने सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी इसके बाद सीबीआई ने जुलाई 2013 में  इस मामले में केस दर्ज किया था।  7 साल बीतने के बाद भी सीबीआई एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है.  हत्या की वजह का खुलासा और कातिलों को पकड़ना तो दूर सीबीआई अबतक अपराधियों की सुराग भी नहीं लगा सकी है.नवरूणा कांड मामले में सितंबर 2012 में मुजफ्फरपुर में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। सीबीआई ने फरवरी 2014 में इस केस को संभाला।6 साल बाद भी देश की सबसे तेजतर्रार एजेंसी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है।

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