PATNA: कोरोना महामारी के बीच लोग पहले से ही घरों में दुबके हुए हैं और सार्वजनिक स्थलों पर जाने से परहेज कर रहे हैं. इस दौरान बिहार में एक नया ट्रेंड देखने को मिला है. लोगों की बैंक पर निर्भरता कम हुई है और अब लोग एटीएम पर कैश निकालने के लिए ज्यादा निर्भर हैं. यह ट्रेंड इसलिए है अच्छा है क्योंकि कोरोना के पहले चरण में लोगों की निर्भरता एटीएम पर कम थी.
एटीएम से पैसे निकालने में लगभग 40 फीसदी का इजाफा हुआ है. सूबे में 6639 एटीएम और 6 करोड़ 10 लाख 36 हजार 885 कार्डधारक हैं. वहीं, पटना जिले में 1509 एटीएम और 53 लाख 42 हजार 298 एटीएम कार्डधारक हैं. बैंक अधिकारियों की मानें, तो अभी के वक्त में एटीएम में हर दिन लगभग 12 करोड़ रुपये लोड किये जा रहे हैं. वहीं, लोग एटीएम के जरिये लगभग 10 करोड़ रुपये की निकासी हर दिन कर रहे हैं. पहले लोग औसतन एक बार में दो हजार से चार हजार रुपये निकालते थे. अब लगभग 40 फीसदी अधिक यानी चार हजार से आठ हजार रुपये एक बार में निकाल रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक सात मई 2021 को 29,39,997 करोड़ रुपये के करेंसी नोट चलन में थे, जो 26 मार्च 2021 को 28,58,640 करोड़ रुपये थे.
इन आंकड़ो से कुछ बातें जो निकलकर सामने आती हैं, वह यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरों में लोग कोरोना को लेकर ज्यादा सजग हैं और बैंकों से ज्यादा एटीएम पर निर्भर हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी लोग तकनीकी ज्ञान में कमी के चलते बैंकों का रुख करते हैं. इसी तरह शहरों में लोग बैंक द्वारा जारी ऐप और मोबाइल सेवाओं के जरिए अपनी जरूरतें हल करते हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा नहीं है.