GAYA: गया पुलिस ने त्वरित कार्रवाई और टीम वर्क के जरिए महज 24 घंटे में अपरहण के मामले का खुलासा करने में सफलता हासिल की है। जिले के डेल्हा थाना क्षेत्र के शिवम नाम के 12 वर्षीय बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। यहां चौंकाने वाली बात यह है कि अपहरणकर्ता कोई और नहीं बल्कि बच्चे का पिता का दोस्त ही निकला। बच्चे की बरामदगी के बाद से परिजनों ने राहत की सांस ली है और पुलिस का शुक्रिया अदा किया है।
डेल्हा थाना क्षेत्र के बागेश्वरी मंदिर के पुजारी गजेंद्र मिश्रा और आरोपित अनिल दोस्त हैं। अनिल के परिजनों से अच्छे संबंध थे और घर आना-जाना लगा रहता था। इसी दौरान सोमवार को आरोपित अनिल बच्चे को साइकिल खरीदने के बहाने उसे सोमवार को घर से बुलाकर ले गया और वह वापस नहीं लौटा। देर शाम तक परिजन बच्चे के वापस आने का इंतजार करते रहे। बाद में रात के करीब 1 बजे के बाद अपहरणकर्ताओं का कॉल आया और गजेंद्र मिश्रा से 5 लाख की फिरौती की मांग कर दी। इतना ही नहीं, अपहरणकर्ता ने कहा कि अगर 24 घंटे में पैसे नहीं मिले तो वह बच्चे की किडनी बेचकर, सिर काट देगा। अनहोनी से आशंकित परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और किए गए कॉल के आधार पर पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को ट्रेस कर लिया।
हालांकि इसी बीच आक्रोशित लोगों ने बागेश्वरी मंदिर के निकट आगजनी और सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। तभी पुलिस वहां पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को समझाया कि अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस मामले में डेल्हा थाना प्रभारी बबन बैठा ने बताया कि बच्चे की बरामदगी हो गई है। उसे कुछ देर में घर पहुंचा दिया जाएगा। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मामले में आगे जांच जारी है।