बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

सैम पित्रोता के दावे से बुरी फंसी कांग्रेस, चुनाव में भारी ना पड़ जाए बड़बोलापन

सैम पित्रोता के दावे से बुरी फंसी कांग्रेस, चुनाव में भारी ना पड़ जाए बड़बोलापन

DESK: लोकसभा चुनाव के सरगर्मी के बीच कार्यकर्ताओं के बोल भी बिगड़ रहे हैं। ऐसे में पक्ष विपक्ष के नेताओं एक दूसरे के बयानों को लेकर जबरदस्त बवाल काट रहे हैं। पहले चरण का चुनाव खत्म हो गया है। दूसरे चरण का प्रचार प्रसार आज शाम पांच बजे के बाद थम जाएगा। 26 अप्रैल को दूसरे चरण का चुनाव होना है। इसी बीच इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया है। वहीं बीजेपी ने सैम पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस को घेरा है। 

सैम पित्रोदा के बयान से बवाल 

दरअसल, राहुल गांधी ने पिछले दिनों देश में संस्थागत और आर्थिक सर्वे कराने और संपत्ति के पुनर्वितरण की बात कही थी। इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने तीखा हमला बोला था और कहा था कि कांग्रेस देश के लोगों की संपत्ति लूटना चाहती है। यह विवाद अभी थमा भी नहीं था कि कांग्रेस के नेता सैम पित्रोदा का बयान नया बवाल खड़ा कर दिया है। 

अमेरिकी कानून का दिया हवाला

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कहा कि अमेरिका में विरासत कर लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45 फीसदी अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है। 55 प्रतिशत सरकार द्वारा हड़प लिया जाता है। यह एक दिलचस्प कानून है। इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है।

भारत में भी बने ऐसा नियम

उन्होंने कहा कि, भारत में ऐसा नहीं है, लेकिन ऐसा नियम यहां भी बनना चाहिए। यदि किसी के पास 10 अरब की दौलत है और उसकी मौत हो जाती है तो उसके बच्चों को पूरी संपदा मिलती है, पब्लिक के हाथ कुछ नहीं आता। ये ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर लोगों को डिबेट और चर्चा करनी चाहिए। मैं नहीं जानता कि इसका परिणाम क्या होगा, लेकिन जब हम संपदा के पुनर्वितरण की बात करते हैं तो हम नई नीतियों की बात कर रहे हैं। ऐसी योजनाओं की बात कर रहे हैं, जो जनता के हित में हैं। हम ऐसी स्कीमों की बात नहीं करते, जो सिर्फ देश के सुपर अमीरों के लिए ही हों।'

कांग्रेस मैनिफेस्टो पर दिया सफाई

सैम पित्रोदा ने कांग्रेस के मैनिफेस्टो पर सफाई देते हुए कहा कि किसी के घर से कुछ नहीं उठाया जाएगा। पित्रोदा ने कहा कि ये एक नीतिगत मुद्दा है। कांग्रेस पार्टी एक नीति बनाएगी जिसके माध्यम से धन वितरण बेहतर होगा। पित्रोदा ने कहा कि  हमारे पास भारत में न्यूनतम वेतन नहीं है। अगर हम देश में न्यूनतम वेतन के साथ आते हैं और कहते हैं कि आपको इतना पैसा गरीबों के लिए देना होगा तो ये गलत नहीं है। 

सैम पत्रोदा के बयान पर कांग्रस की सफाई

वहीं इसके बाद कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी, जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के लिए एक गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं... पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं। निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है। इसका मतलब यह नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं। कई बार वे ऐसा नहीं करते। अब उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें संदर्भ से बाहर करना नरेंद्र मोदी के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का जानबूझकर और हताश प्रयास है; यह केवल झूठ और अधिक झूठ पर आधारित है।"

Suggested News