दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल शुक्रवार की देर शाम पटना से दिल्ली पहुंच गए. जायसवाल भाजपा आलाकमान की बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एनडीए शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम और पार्टी अध्यक्षों की बैठक बुलाई है. इसमें आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी. बिहार में अगले साल ही विधानसभा का चुनाव होना है. इससे पहले भाजपा ने राज्य में पार्टी नेतृत्व बदल कर दिलीप जायसवाल के हाथ में कमान सौंप दिया है.
दिल्ली में न्यूज4नेशन से खास बातचीत में नवनिर्वाचित बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि वे प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर प्रदेश संगठन को समाहित कर राजनीतिक एजेंडे को गांव तक पहुंचाएंगे. सामाजिक समीकरण पर उन्होंने कहा कि उनका समाज सम्मानित महसूस कर रहा है, वे सबको साथ लेकर आगे बढ़ेगे और सबका विकास किया जाएगा.
दिलीप जायसवाल ने कहा कि वे जिम्मेवारी निभाने वाले लोग हैं और वे चुनौती को अवसर में बदल देंगें. बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव है. इसपर उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जो थोड़ी कमी रह गई थी उसको दूर करते हुए कार्यकर्ताओं को सम्मान देते हुए आगे बढ़ेंगे.जायसवाल ने कहा कि साल 2025 का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हीं लड़ा जाएगा.बिहार बीजेपी के नए अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने साफ तौर पर कहा कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा और वे चुनाव जीतेंगे.
दिलीप जायसवाल ने कहा कि जब उन्होंने राजस्व मंत्री का पदभार संभाला था तो उन्होंने साफ कहा कि मंत्री की कुर्सी भ्रष्ट्राचारी नहीं होगी. मंत्री की कुर्सी अगर भ्रष्ट होगी तो राज्य के लोगों को न्याय नहीं मिलेगा. लोगों ने महसूस किया कि मंत्री इमानदार है, उन्हें न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि वे दो दिन दिल्ली में रह कर पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे.
बता दें गुरुवार देर रात भाजपा ने दो राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष समेत छह राज्यों में नए प्रभारी नियुक्त किए. बिहार में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर नीतीश सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल को कमान सौंप दी गई.वे वैश्य समुदाय से आते हैं. सीमांचल क्षेत्र में उनकी अच्छी पैठ है. जायसवाल कलवार जाति से ताल्लुक रखते हैं. उनकी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति राज्य में अपने 'वैश्य' वोट बैंक को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
रिपोर्ट- धीरज कुमार