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डॉ० कफील खान की रिहाई को लेकर एआईएसएफ का धरना, यूपी सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

डॉ० कफील खान की रिहाई को लेकर एआईएसएफ का धरना, यूपी सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

DARBHANGA : आज ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) दरभंगा जिला परिषद् के आवाह्न पर जिला मुख्यालय में अजय भवन सहित कई जगहों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सांकेतिक धरना दिया गया. धरना के दौरान छात्रों ने डॉ० कफील खान की रिहाई की मांग को लेकर यूपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. लक्ष्मीसागर स्थित अपने आवास पर धरना देते हुए संगठन के जिला सचिव शरद कुमार सिंह ने कहा कि डॉक्टर कफील खान, जिन्होंने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में बच्चों की जान बचाई. बिहार में जब चमकी बुखार गरीब परिवारों पर आफत बनकर आया तो इन्होंने दिन रात पानी में घुसकर कैंप लगाया. इलाज किया चाहे कोई महामारी हो, प्राकृतिक आपदा हो, या किसी भी तरह की आपात स्थिति हो. डॉक्टर कफील अपनी जान की परवाह ना करते हुए सेवा दी. आज सरकार का विरोध करने पर वे जेल में बंद है. सरकार को डॉक्टर से खतरा हो गया, उत्तर प्रदेश में ऐसी निकम्मी सरकार है. 

उन्होंने कहा की डॉक्टर कफील पर 13 फरवरी 2020 को अलीगढ़ ज़िलाधिकारी के द्वारा एनएसए लगाया गया. एनएसए इसलिये लगाया गया की जेल से निकल कर डॉक्टर कफील अलीगढ़ जा कर छात्रों को सम्बोधित करेंगे. जिससे अशांति फैलेगी. 12 मई 2020 को एनएसए फिर तीन माह के लिये बढ़ा दिया गया है. अब डॉक्टर कफील 13 अगस्त 2020 तक जेल में रहेंगे. इस वक्त पूरे भारत में कोरोना महामारी चरम पर है. सारे कॉलेज, विश्वविद्यालय एवं कार्यक्रम आदि बंद है तो फिर डॉक्टर कफील कैसे और कहाँ जाकर अशांति फैला सकते है? ऐसे में डॉक्टर कफील पर एनएसए चार्ज को बढ़ाने का क्या औचित्य है? डॉक्टर कफील भाजपा के मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति का शिकार हो रहे है. आज डॉक्टर एसोसिएशन भी इन मुद्दों पर मौन है जो दुःखद है. 

वहीं जाले के दैउड़ा बंढ़ोली स्थित अपने आवास पर धरना को संम्बोधित करते हुए छात्र नेता सैफूदिन गौहर ने कहा कि डॉक्टर कफील को 100 दिन से ऊपर हो गये. उनका उपचार हृदय रोग विशेषज्ञ से अभी तक नहीं  कराया गया. डॉक्टर कफील ने कई बार जेल प्रशासन से उपचार कराने की मांग की है. उन्होंने कहा की आगरा जेल में 14 बंदी कोरोना पॉज़िटिव पाये गये है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार भी लोगों को पेरोल नहीं दी जा रही है. मथुरा जेल की क्षमता 500 बंदी की है और इस वक्त 1750 बंदी वहाँ रखे गये है. छात्र नेता अरशद सिद्दीकी मौलागंज स्थित आवास पर धरना देते हुए कहा कि सरकारी संरक्षण में डॉक्टर कफील खान को सरकारी व्यवस्था के खिलाफ बोलने के जुल्म में योगी सरकार यातना देना बंद करे और जल्द से जल्द डॉक्टर को रिहा करके उनके ऊपर लगें सभी चार्ज को खत्म करें. अन्यथा संगठन सरकारी अन्याय के खिलाफ संघर्ष तेज करेगी. जिसकी तमाम जिम्मेदारी सरकार की होगी. 

वहीं मिश्रटोला में राजा कुमार झा, कैदराबाद में जितेंद्र कुमार साहु, अजय भवन में रंजन कुमार यादव, मो० सद्दाब तमन्ना, उर्दू बाजार में मो० मोबीन ने धरना दिया गया. अतीफ जावेद गौहर, रिजवान अहमद फैयाजी, इब्राहिम जुनैदी, मो० आरीफ परवेज, मो० हैदर, मो० कैफ, मो० कैशर, मो० रहमतुल्लाह, अलतमस इमतियाज, इस्लाम, मो० काशिफ, शाकिब जुनैद आदि संगठन के छात्र नेता ने धरना में शामिल थें. 

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