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पहली बार बाबा बैद्यनाथ के गर्भ गृह का स्पर्श करेंगे पीएम मोदी, मनोकामना ज्योतिर्लिंग की उपासना के लिए हुई है खास तैयारी

पहली बार बाबा बैद्यनाथ के गर्भ गृह का स्पर्श करेंगे पीएम मोदी, मनोकामना ज्योतिर्लिंग की उपासना के लिए हुई है खास तैयारी

DEOGHAR : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 12 जुलाई को देवघर आ रहे हैं। इस दौरान वह न सिर्फ देवघर में नए बने एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे, बल्कि इसके साथ बाबा बैद्यनाथ मंदिर भी पूजा के लिए जानेवाले हैं। जिसको लेकर मंदिर प्रबंधन की तरफ से खास तैयारी की गई है। देवघर में बाबा बैद्यनाथ के गर्भ गृह में पूजा अर्चना करनेवाले नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे। मंदिर की व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगे पंडा धर्मरक्षिणी समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि अब तक कोई भी प्रधानमंत्री बाबा मंदिर के गर्भ गृह में नहीं पहुंचा है।

मंदिर में ज्यादा समय के लिए पीएम ने की मांग

पंडा समाज से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जुलाई को देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन करने देवघर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री के इस बार देवघर के दौरे में प्रमुख रुप से कार्यक्रम बाबा के दर्शन और पूजन का है। पंडा समाज के लोगों का कहना है कि पहले पीएम मोदी का कार्यक्रम मंदिर में लगभग एक घंटे का था लेकिन इसे बढ़ाया जा रहा है। मंदिर में उपासना का समय बढ़ाने की इच्छा खुद प्रधानमंत्री ने ही जाहिर की है। तैयारी अब नए समय को लेकर है। पीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा के साथ व्यवस्था को लेकर पूरी चौकसी है।

वैदिक पुरोहित कराएंगे पूजा

पंडा समाज के लोगों का कहना है कि मंदिर में पीएम के आने पर पहले उनका स्वागत अभिवादन किया जाएगा। वह मंदिर में प्रांगण में आने के बाद सीघा गर्भ गृह में जाएंगे वहां उनके वैदिक पुरोहित रवि शंकर नरौने अभिषेक और स्पर्श पूजा के साथ भगवान की शिव की अन्य पूजा कराएंगे। पंडा समाज का कहना है कि प्रधानमंत्री को भी पता है कि रावणेश्वर स्थापित सती के हृदय में बसे बाबा बैद्यनाथ सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करेंगे। इस महात्म और कामना को लेकर ही प्रधानमंत्री ने मंदिर में रहने का समय बढ़ाने की इच्छा जाहिर की है।

जलाए जाएंगे एक लाख दीए

प्रधानमंत्री के देवघर आगमन को लेकर यहां के लोगों में भी उत्साह है। यही कारण है कि उनके आगमन से एक दिन पहले लोगों ने एक लाख दीए जलाने की तैयारी की है। यह खुशी दो साल बाद श्रावणी मेले के शुरू होने को लेकर भी है।

राष्ट्रपति नहीं कर पाए थे दर्शन

मान्यता है कि बाबा बैद्यनाथ की मर्जी के बिना कोई भी दर्शन पूजन का अवसर नहीं पाता है। कहते हैं कि बाबा जिसे बुलाते हैं, वही बाबा के गर्भ गृह में जलाभिषेक और उपासना का अवसर पाता है। देश के कई बड़े VIP लोगों के साथ भी ऐसा ही हुआ है। पंडा धर्मरक्षिणी समाज के अपाध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा और संजय कुमार मिश्रा काफी समय से मंदिर में रह रहे हैं। उनका कहना है कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के साथ भी ऐसा हुआ है। मंदिर में दर्शन पूजन के लिए उनका शेड्यूल फाइनल हो गया था। मंदिर में भी तैयारी हो गई थी, सुरक्षा से लेकर हर व्यवस्था बना ली गई थी, लेकिन इसके बाद भी राष्ट्रपति देवघर नहीं आ पाए।

बताया जाता है कि जिस दिन दर्शन पूजन का कार्यक्रम फिक्स था उस दिन ऐसी बारिश हुई ही प्लान ही रद्द करना पड़ा था। बारिश की बाधा ने राष्ट्रपति को दर्शन पूजन से रोक दिया था। बाद में उन्हें 2019 में दर्शन पूजन का अवसर मिला।


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