PATNA : भाजपा के पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह ने कहा की देश के किसानों की भारत सरकार से माँग है कि आबादी और क्षेत्रफल के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राज्यों से अनाज की ख़रीदारी होनी चाहिए। सिर्फ़ पंजाब से 55 % खरीदारी क्यों होती है? उन्होंने कहा की भारत की खेती का अर्थ पंजाब नहीं और न ही किसान का अर्थ पंजाबी है? उन्होंने कहा की इस मामले में एक देश - एक नियम होना जरुरी है।
बताते चलें की पंजाब में फसल की बिक्री एमएसपी पर सबसे ज्यादा इसलिए होती है क्योंकि इन राज्यों की मंडी व्यवस्था दुरुस्त है। पंजाब में हर 5-6 किलोमीटर की दूरी पर कोई न कोई मंडी है।
बताया जाता है की पंजाब में करीब 1,850 ख़रीद केंद्र, 152 बड़ी मंडियां (अनाज मंडी) और 28,000 के आसपास रजिस्टर्ड आढ़ती हैं। फिलहाल इस व्यवस्था के तहत 23 फसलों की ख़रीद हो रही है, जिनमें गेहूं, धान, ज्वार, कपास, बाजरा, मक्का, मूंग, मूंगफली, सोयाबीन और तिल जैसी फसलें हैं। सबसे ज्यादा ख़रीद धान और गेहूं की होती है।