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पटना में जनरल डायग्नोस्टिक्स लेबोरेटरी की शुरुआत, हाई क्वालिटी डायग्नोसिस की मिलेगी सुविधा

पटना में जनरल डायग्नोस्टिक्स लेबोरेटरी की शुरुआत, हाई क्वालिटी डायग्नोसिस की मिलेगी सुविधा

पटना. जनरल डायग्नोस्टिक्स इंटरनेशनल जिसे जीडी नाम से लोग जानते हैं, उसकी शुरुआत आज से बिहार में हो गई है। भारत में एकीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की अपनी रणनीति के तहत जनरल डायग्नोस्टिक्स ने औपचारिक रूप से पटना के राजा बाजार में अपनी लेबोरेटरी का संचालन शुरू कर दिया है।

जनरल डायग्नोस्टिक्स के पास नवी मुंबई में करीब 20000 वर्ग फुट में एक अत्याधुनिक राष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशाला है। साथ-साथ भारत में कई प्रमुख शहरों में इसकी शाखा भी है, जिसमें पटना में शामिल हो गया है। पटना में विश्वस्तरीय उपकरण प्रशिक्षित वैज्ञानिक अनुभवी डॉक्टर और बड़े गुणवत्ता नियंत्रण प्रोटोकॉल के साथ जनरल डायग्नोस्टिक्स लैब टेस्ट की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ शुरू किया गया है।

पटना की होटल चाणक्य में आयोजित एक सेमिनार में जीडी के क्वालिटी कंट्रोल प्रमुख डॉ. श्रीमंत पानसकर ने बताया कि हमारे रोगियों का स्वास्थ्य और भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। चिकित्सा क्षेत्र में एक दशक से ज्यादा का अनुभव और ज्ञान को मिलाकर हमारा एकमात्र लक्ष्य अपने डॉक्टरों और रोगियों की हाई क्वालिटी डायग्नोसिस प्रदान करना है।

इस मौके पर जीडी के वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर अंजु धर ने कहा कि महामारी ने स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक एजेंडे में सबसे ऊपर पहुंचा दिया है। आज बिहार के लोगों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है। इसमें कोई फर्क नहीं की लेबोरेटरी जितनी नई या पुरानी है या उसके पास किस प्रकार की बिल्डिंग या साइन बोर्ड है। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर और मरीज के लिए जो मायने रखता है, वह सिर्फ एक सही रिपोर्ट में है।

जनरल डायग्नोस्टिक्स के प्रबंधन ने बताया कि जीडी एक अंतरराष्ट्रीय रिसर्च और डायग्नोस्टिक्स कंपनी है। इसका मुख्यालय मुंबई में है और भारत और यूरोप और मध्य अमेरिका में अपनी 5 अंतरराष्ट्रीय प्रयोगशालाओं के माध्यम से 12 देशों में ग्राहकों की सेवा करता है। बिहार में भी अब यह 29 जिलों में फ्रेंचाइजी पार्टनर के तहत काम कर चुके हैं।

गौरतलब है कि जीडी बायोकेमिकल्स जेनेटिक्स प्रीनेटल और नवजात स्वास्थ्य सेगमेंट में शीर्ष पर हैं और अन्य नियमित विभागों में भी मजबूत है। कंपनी अपने मुनाफे का लगभग 25 फ़ीसदी राष्ट्रीय अनुसंधान गुणवत्ता सुधार और नए उत्पाद विकसित करने में निवेश करती है, जिसकी वजह से आज इसे स्वास्थ्य सेवा में स्मार्ट और सबसे तेजी से बढ़ते संस्थान के तौर पर जाना जाता है।

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