बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

ईरान: क़ासिम सुलेमानी की मज़ार के पास 20 मिनट में 2 धमाके, 103 की मौत और कई घायल

ईरान: क़ासिम सुलेमानी की मज़ार के पास 20 मिनट में 2 धमाके, 103 की मौत और कई घायल

ईरान  की कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की चौथी बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में बुधवार को उनकी कब्र के पास दो तेज धमाके हुए. रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के जनरल रहे क़ासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी पर हो रहे समारोह में धमाके हुए हैं.सरकारी मीडिया के मुताबिक़ इस समारोह में दो 'भयानक विस्फोट की आवाज़ें' सुनी गईं.ईरान में आपातकालीन सेवाओं की देखरेख करने वाले संगठन ने बताया है कि इन धमाकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 103 हो गई है. इन धमाकों में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं.करमन रेड क्रिसेंट सोसाइटी के प्रबंध निदेशक के मुताबिक़, घटनास्थल से अब तक 50 घायल लोगों को स्थानांतरित किया गया है.

इराक में तीन जनवरी 2020 को अमेरिकी एयर स्ट्राइक में जनरल सुलेमानी की मौत हुई थी.बुधवार को करमान शहर में उनकी चौथी बरसी पर उनकी कब्र पर सम्मान व श्रद्धाजंलि कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें हजारों लोग जुटे थे। सैंकड़ों लोग जुलूस की शक्ल में उनकी कब्र की ओर जा रहे थे. ईरान के सरकारी प्रसारक इरिब ने कहा कि दक्षिणी शहर करमान में साहेब अल-जमान मस्जिद के पास एक जुलूस में हुए विस्फोटों में पचास से ज्यादा लोग घायल हुए। करमन प्रांत रेड क्रिसेंट बचाव दल के प्रमुख रेजा फल्लाह ने कहा घायलों को बचाव दल ने निकालकर अस्पताल पहुंचाया. ईरान के राष्ट्रीय आपातकालीन सेवा संगठन के प्रवक्ता बाबाक येक्टा परास्ट ने कहा है कि विस्फोटों में मारे गए लोगों की संख्या और बढ़ने की संभावना है, कई घायल बहुत गंभीर हालत में हैं.

रेड क्रिसेंट के जनसंपर्क विभाग का कहना है कि घायलों की मदद के लिए भेजे गए तीन बचावकर्मी दूसरे विस्फोट में मारे गए. घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है. करमन के डिप्टी गवर्नर ने कहा, "यह घटना एक आतंकवादी हमला है."

कासिम सुलेमानी को ईरान में सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के बाद सबसे शक्तिशाली व्यक्ति के रूप में देखा जाता था. मौत के बाद वह इस देश में सबसे सम्मानित व्यक्तियों में गिने जाते हैं.वह कुद्स फोर्स के गुप्त मिशनों और हमास और हिजबुल्लाह सहित सहयोगी सरकारों और सशस्त्र समूहों को मार्गदर्शन, धन, हथियार, खुफिया और रसद सहायता के प्रभारी थे. तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुलेमानी की हत्या का आदेश दिया था.

 


Suggested News