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JHARKHAND NEWS: राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस के मौके पर उपायुक्त ने 14 लाख के परिसम्पति का किया वितरण

JHARKHAND NEWS: राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस के मौके पर उपायुक्त ने 14 लाख के परिसम्पति का किया वितरण

देवघर: राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस के मौके पर शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा रांची में मत्स्य किसान प्रशिक्षण केन्द्र के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया गया। जिसमें सूबे के कृषि मंत्री बादल भी उपस्थित थें। इस दौरान मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के मत्स्य कृषकों से संवाद कर उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों से अवगत हुए। साथ हीं मत्स्य विकास से संबंधित योजनाओं की जानकारी लेते हुए चल रहे योजनाओं का शत प्रतिशत आग्रह किया।

इसके अलावे कार्यक्रम को लेकर जिला मत्स्य कार्यालय, देवघर परिसर में उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने जिले के विभिन्न प्रखण्डों से आये हुए मत्स्य मित्रों, मत्स्य मित्रों, मत्स्य पालकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज ही के दिन डा हीरालाल चौधरी तथा डा केएच अलखुनी महान मात्स्यिकी वैज्ञानिकों द्वारा मछलियों के प्रेरित प्रजनन कार्य में सफलता प्राप्त करने की याद में मनाया जाता है। वर्तमान में मछलियों के प्रेरित प्रजनन के फलस्वरूप आज अण्ड बीज (स्पॉन) की उपलब्धता सुनिश्चित हो पायी है तथा नीली क्रांति में एक महत्वपूर्ण कदम भी इसे माना जाता है। 

उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकता अनुरूप जिले में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने का हर प्रयास किया जा रहा है, ताकि आप सबों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जा सके। मत्स्य कृषकों को मछली पालन, मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में जिले को अग्रणी बनाने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष समय पर बारिश होने के कारण सभी जलकरों में पर्याप्त मात्रा में बीज संचयन करना सुनिश्चित करें, ताकि अधिक से अधिक मछली का उत्पादन जिले में सुनिश्चित किया जा सके। इसी कड़ी में जिले में सिकटिया तथा पुनासी जलाशय में केज विधि से मत्स्य पालन प्रांरभ किया गया है, जिससे विस्थापित परिवारों को रोजगार के नये साधन उपलब्ध हुए है। वहीं जिले के कुमैठा में रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम के द्वारा सघन मत्स्य पालन किया जा रहा है। सरकार व जिला प्रशासन मत्स्य कृषकों के उत्थान हेतु सतत प्रयासरत है, ताकि उन्हें पूर्ण रूप से स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इसी उद्देश्य से राज्य के किसानें को 50 प्रतिशत अनुदान पर फीड उपलब्ध कराया जा रहा है। उपायुक्त ने प्रधानमंत्री मत्स्य संम्पदा योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा कि सभी के सहयोग और बेहतर कार्यशैली से जिले में नीली क्रांति को शत प्रतिशत सफल बनाया जायेगा।

कार्यक्रम के पश्चात उपायुक्त द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संम्पदा योजना के लाभुकों को कुल 14 लाख परिसम्पतियों का वितरण किया गया। इसके साथ ही प्रशिक्षित 30 लोगो को स्पॉन, फिश फीड तथा फ्राई कैंचिंग नेट, 10 केज लाभुकों को पंगेशियस बीज, चार मत्स्य कृषकों को नाव तथा सात मत्स्य विक्रेताओं को कटिंग टुल्स का वितरण किया गया। साथ हीं दो मत्स्य कृषकों को तीन चक्का वाहन आईस बॉक्स के साथ ई-रिक्शा तथा 6 लोगों को मोटर साईकिल, आईस बॉक्स के साथ अनुदान स्वरूप प्रदान किया गया। वहीं RAS के लाभुक को 50 हजार देशी मांगुर के बीज उपलब्ध कराए गये हैं। इस अवसर पर जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रशांत कुमार दीपक, विभाग के पदाधिकारी रमेन्द्रनाथ सहाय, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, राकेश कुमार, मत्स्य प्रसार पर्यवेक्षक एवं विभिन्न प्रखण्डों के मत्स्य कृषक आदि उपस्थित थे।






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