बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

कराटे का नेशनल चैम्पियन रहे कमलदेव का 11 दिन बाद भी सुराग नहीं लगा पाई पुलिस, परिजनों का हाल बेहाल

कराटे का नेशनल चैम्पियन रहे कमलदेव का 11 दिन बाद भी सुराग नहीं लगा पाई पुलिस, परिजनों का हाल बेहाल

GAYA : नेशनल कराटे चैंपियनशिप में दो बार चैंपियन रहे कमल देव आईएएस का सपना दिल में संजोए था. वह  देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना रखता था. देश के बेहतरीन विश्वविद्यालयों में शुमार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिस्ट्री ऑनर्स में गोल्ड मेडलिस्ट कमल देव आज अपने मां बाप की कभी आंखों का तारा रहा ओझल हो चुका है. 11 दिन हो चुके हैं कमल देव को घर से संदिग्ध अवस्था में गायब हुए. अब परिवार वालों को शक होने लगा है कि बालू माफियाओं ने कमल देव का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी है. जिस दिन कमल देव घर से निकला था. उस दिन निर्जला एकादशी का दिन था. स्वयं भी उसने उपवास कर रखा था. 

घर पर अपनी मां को बोल कर निकला था कि बाजार से फल लाने जा रहे हैं. तब का दिन और आज के दिन में आज पूरे 11 दिन का फासला हो चुका है. परिवार वालों के सामने मानो कमल देव के संदिग्ध अवस्था में गायब हुए 11 साल बीत चुके हैं. घर के पूरे परिवार का रो-रो कर हाल बेहाल है. मां चित्कार मार कर रो रही है तो पिता की आंखों से आंसू की अविरल धारा की रुकने का नाम नहीं ले रहा है. गया पुलिस के पास जाते जाते पूरा परिवार थक चुका है. पिता बताते हैं कि कमल देव के मिलनसार और मृदुभाषी व्यवहार के कारण दूर-दूर तक कोई भी दुश्मन नहीं है. बस सिर्फ डर है तो अपने ही लोगों का, जिसे हर वक्त कमल देव के बढ़ते लोकप्रियता और कद से जलन और ईर्ष्या थी. 

इन लोगों की आंखों में हमेशा कमल देव चुभता रहता था. वजह थी कि कमल देव बहुत ही कम उम्र में कराटे का नेशनल चैंपियनशिप दो दो बार जीता था और जेएनयू से हिस्ट्री ऑनर्स में गोल्ड मेडलिस्ट था. बस यही वजह थी कि तथाकथित बालू माफियाओं की निगाह में खटकता रहता था. छोटा भाई कई बार पुलिस से अपने बड़े भाई की खोजबीन के लिए आग्रह किया. लेकिन पुलिस ने भी कमल देव को सकुशल वापस लाने की कोई कदम नहीं उठाया. 

कमल देव के छोटा भाई ने गया के एसएसपी सहित राज्य के डीजीपी से गुहार लगाई है कि किसी भी हाल में उसके बड़े भाई कमल देव को खोज कर परिवार को सौपे. परिवार का कमल देव के बगैर हालत धीरे-धीरे खराब होते जा रहा है. मां का रो-रोकर हाल बेहाल है. अपने कलेजे पर पत्थर रखे पिता की भी आंखें पथरा सी गई है. इस परिवार का हाल देख कर किसी का भी दिल पसीज जाए. लेकिन 11 दिन बीत जाने के बाद आज तक गया पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. उल्टे पुलिस कमल देव की तलाश करने के लिए उसके परिवार वालों को ही कहती है. अब कमल देव का परिवार जाए तो कहां जाए ? घर की हालत ऐसी है कि उसके बिना घर का हर सदस्य सुन्न सा हो गया है. 

गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट 

Suggested News