बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

उर्दू स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी रखना धर्मनिरपेक्षता पर आघात, मुस्लिम तुष्टिकरण में अंधी सरकार को वापस लेना होगा फैसला - मोदी

उर्दू स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी रखना धर्मनिरपेक्षता पर आघात, मुस्लिम तुष्टिकरण में अंधी सरकार को वापस लेना होगा फैसला - मोदी

PATNA: बिहार में हिन्दु त्योहारों में छुट्टी ना मिलने पर राज्य की सियासत गरमाई हुई है। विपक्ष सरकार पर लगातार हमला बोल रही है। वहीं सरकार ने इस मामले को लेकर सफाई भी दी है। सरकार ने बताया कि छुट्टी को लेकर सरकार ने दो लिस्ट जारी किया है। पहले लिस्ट में मुस्लिम स्कूलों की छुट्टी का जिक्र किया गया है। वहीं दूसरे लिस्ट में हिन्दु पर्व में दी जाने वाली छोट्टियों का जिक्र है। वहीं इस मामला में बीजेपी अब भी हमलावर है। इसी कड़ी में पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश सरकार बहुसंखयक हिंदुओं को जातियों में बाँट कर और बेशर्म तुष्टिकरण के जरिये मुस्लिम वोटों को एकजुट कर 2024 का चुनाव जीतने की जो कोशिश कर रही है, वह कभी सफल नहीं होगी। 

उन्होंने कहा कि संसदीय चुनाव पर नजर रखते हुए बिहार सरकार ने स्कूलों में 2024 की छुट्टियों का ऐसा कैलेंडर जारी किया। जिसमें हिंदू पर्व-त्योहारों की छुट्टियाँ काट कर मुस्लिम त्योहारों की छुट्टियाँ बढायी गईं। सनातन-धर्म विरोधी और मुस्लिम -तुष्टिकरण की हद करने वाला यह फैसला नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की जानकारी में उनकी सम्मति से लिया गया, लेकिन भाजपा के कड़े विरोध को देखते हुए इसका ठीकरा शिक्षा विभाग के छोटे अधिकारियों पर फोड़ा जा रहा है। 

सुशील मोदी ने कहा कि उर्दू स्कूलों और मुस्लिम-बहुल इलाकों में सबके लिए रविवार की जगह शुक्रवार की साप्ताहिक छुट्टी तय कर सरकार ने धर्मनिरपेक्षता की धज्जी उड़ा दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बतायें कि क्या वे उर्दू को केवल एक पंथ-विशेष की भाषा मानते  हैं? क्या फिराक गोरखपुरी और प्रेमचंद मुसलमान थे? हिंदू भावनाओं को आघात करने वाला यह निर्णय हम स्वीकार नहीं करेंगे।  बिहार के लोग चुप नहीं रहेंगे, बल्कि संस्कृति और सम्मान बचाने सड़कों पर उतरेंगे।' इस वर्ष जब शिक्षा विभाग ने रक्षा बंधन की छुट्टी रद की और दीवाली-छठ के समय शिक्षकों को प्रशिक्षण पर भेजने का हिंदू-विरोधी आदेश जारी किया था, तब उसे  व्यापक विरोध के दबाव में दोनों आदेश  वापस लेने पड़े थे। सरकार को फिर घुटने टेकने पड़ेंगे। 

उन्होंने कहा कि शिवरात्रि, रामनवमी, श्रावण की अंतिम सोमवारी, तीज, जिउतिया, जन्माष्टमी, अनंत चतुर्दशी, भैया दूज, गोवर्धन पूजा, गुरुनानक जयंती, कार्तिक पूर्णिमा के अवकाश को समाप्त कर दिया गया है. होली के अवकाश को तीन से दो, दुर्गापूजा की छुट्टी  छह से घटा कर तीन दिन और दीवाली व छठ की छुट्टी को आठ से घटा कर  चार दिन कर दिया गया है, जबकि ईद, बकरीद तथा मुहर्रम की छुट्टियाँ बढ़ा दी गईं हैं। सरकार ने जानकी नवमी और सम्राट अशोक की जयंती की छुट्टियाँ भी रद कर दीं। यह मिथिलांचल और मगध का ही नहीं, पूरे बिहार का अपमान है। 

Suggested News