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स्कूल -कॉलेज क्या लॉकडाउन के बाद खुल जाएंगे?इस पर देश के शिक्षा मंत्री का जवाब सुन लीजिये, सब समझ मे आ जायेगा!

स्कूल -कॉलेज क्या लॉकडाउन के बाद खुल जाएंगे?इस पर देश के शिक्षा मंत्री का जवाब सुन लीजिये, सब समझ मे आ जायेगा!

DESK : कोरोना संकट और 21 दिनों के लॉक डाउन से गुजर रहे देश के लोगों के मन मे यह बात लगातार चुभ रही है की क्या लॉक डाउन खत्म होते हैं स्कूल कॉलेज खुल जायेगा? इसका जवाब भी जरा देश के एचआरडी मिनिस्टर निशंक पोखरियाल से सुन लीजिये।केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा है कि देश के शैक्षिक संस्‍थान खोलने का फैसला 14 अप्रैल के बाद ही होगा। लॉक डाउन खत्म होने के बाद यह समीक्षा की जाएगी कि कोरोना के किस स्टेज में हम खड़े हैं । स्कूल कॉलेज खोलने से क्या नुकसान हो सकता है। या फिर आगे भी लॉक डाउन की परिस्थिति से गुजरने के बाद विद्यार्थियों को हानि न हो। अतः जो भी होगा वह समीक्षा के बाद ही बताया जा सकता है

कोई निर्णय लेने से पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों और अध्यापकों की सुरक्षा पर कोई खतरा न हो। साथ ही मंत्रालय यह भी सुनिश्चित करेगा कि स्कूल, कॉलेज को 14 अप्रैल के बाद भी बंद रखने की जरूरत पड़ी तो छात्रों को पढ़ाई-लिखाई का कोई नुकसान नहीं हो।

सब कुछ वक्त पर निर्भर है,परिस्थिति के मुताबिक ही निर्णय होगा....
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये देश में 21 दिनों के लिये लागू ‘लॉकडाउन’ 14 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा,उसके बाद क्या होगा? इस सवाल पर एचआरडी मिनिस्टर ने PTI से कहा है कि  ‘‘इस वक्त कोई फैसला लेना मुश्किल है। हम 14 अप्रैल को स्थिति की समीक्षा करेंगे और परिस्थितियों के मुताबिक इस बारे में फैसला लिया जाएगा कि स्कूल,कॉलेज फिर से खोले जा सकते हैं या उन्हें कुछ और समय के लिये बंद रखना होगा।

 अगर लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई गयी तो फिर एक्जाम बगैरह का क्या होगा?
HRD मिनिस्‍टर निशंक पोखरियाल ने कहा है कि ‘‘देश में 34 करोड़ छात्र हैं, जो अमेरिकी की आबादी से अधिक है। वे हमारी सबसे बड़ी संपत्ति हैं। छात्रों एवं अध्यापकों की सुरक्षा सरकार के लिये सर्वोपरि है।’’ उन्‍होंने कहा, ‘‘ फिलहाल, विभिन्न सरकारी प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए कक्षाएं ऑनलाइन संचालित की जा रही है। ’’ निशंक ने कहा, ‘‘मैं लॉकडाउन के दौरान स्कूल, कॉलेज द्वारा अनुपालन की जा रही कार्य योजना की नियमित रूप से समीक्षा कर रहा हूं। स्थिति में सुधार आने पर और लॉकडाउन खत्म होने पर लंबित परीक्षाएं संचालित करने तथा  मूल्यांकन करने के लिये पहले से ही एक योजना तैयार है।

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