मंत्री की खरी-खरीः खास महाल की जमीन ट्रांसफर करने वालों की बढ़ेगी परेशानी, पटना के बाद सभी 12 जिलों में शुरू होगी जांच

PATNA: खास महाल की भूमि नागरिकों को पुश्त दर पुश्त नवीकरण और लगान भुगतान के आधार पर आवासीय उपयोग के लिए बंदोबस्त की गई थी। लेकिन उस जमीन को लोगों ने ट्रांसफर कर दिया। यानी जमीन सरकार की और मालिक बन गये लीजधारक। अब सरकार खास महाल की जमीन को लेकर सक्रिय हुई है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के आदेश पर पटना में सर्वेक्षण शुरू हुआ तो बंदोबस्तधारी द्वारा बिक्री और व्यावसायिक उपयोग की पोल खुल गई।

मंत्री की खरी-खरी

बिहार में 12 जिलों में खास महाल की जमीन है। सरकार ने खास महाल की जमीन को लीज के रूप में दिया था। लेकिन बंदोबस्तधारियों ने उस जमीन को दूसरे को ट्रांसफऱ कर दिया या बेच दिया। बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि पटना में खास महाल की जमीन की जांच चल रही है। जिनका रिन्यूअल हो रहा,जिनके वंशज उस जमीन पर रह रहे हैं उनको कोई दिक्कत नहीं। जांच के बाद कागजात सही रहने पर फिर से नवीनीकरण किया जाएगा। लेकिन कुछ लोगों ने जमीन को ट्रांसफऱ कर दिया ,किराया पर लगा दिया है और नेचर भी चेंज कर दिया है। वैसे लोगों पर विभाग की नजर है। एक टीम गठित कर सभी 12 जिलों में खास महाल की जमीन की जांच की जायेगी।लोगों को परेशानी न हो इसके लिए विभाग के अधिकारी घर-घर जायेंगे. घऱ-आंगन का पैमाईश किया जाएगा।मंत्री ने कहा कि जो गाईडलाईन है और हाईकोर्ट का जो दिशा निर्देश है उसका पालन करते हुए काम किया जाएगा.

पटना में 137 एकड़ जमीन खास महाल की

बता दें,सिर्फ पटना में करीब 137.3625 एकड़ खास महाल की जमीन है। इनमें 136.1085 एकड़ लीज पर दी जा चुकी है। जिला राजस्व विभाग के आंकड़े के अनुसार पटना शहरी क्षेत्र में 632 लीज धारक हैं। पटना शहर में सबसे अधिक कदमकुआं में 57 बीघा जमीन है। महेंद्रु टिकिया टोली में 7 बीघा, किलेदारी पटना सिटी में 9 बीघा,पटना-गया रोड में 109 बीधा जमीन खास महाल की है।  वहीं चिरैयाटांड़ में 34 बीधा जमीन है. 

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खास महाल जमीन को जानें....

ऐसी जमीन जो जमींदारी जाने के बाद सरकार की हो गई व सरकार ने उसका स्वामित्व ग्रहण करते हुए आवासीय या व्यावसायिक उपयोग शुरू कर दिया, उसे खास महाल की जमीन कहते हैं।


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