MUNGER : AK-47 की चोरी, तस्करी और बिक्री का मामला एक सनसनीखेज कहानी में तब्दील हो रहा है। ये कहानी शुरू हुई थी मध्य प्रदेश के जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से। फिर इस कहानी में बिहार जुड़ा। अब रहस्य की इस दास्तां में पश्चिम बंगाल, झारखंड, दिल्ली और मेरठ का भी कनेक्शन जुड़ गया है। सैदुल्ला उस गिरोह का सरगना है जो AK-47 की तस्करी करता है। वह कोलकाता से अर्द्धनिर्मित हथियारों की खेप लाता था और मेरठ, दिल्ली में इसकी सप्लाई करता था।
मुंगेर का रहने वाला है सैदुल्ला
मुंगेर के एसपी ने बताया कि सैदुल्ला मुंगेर जिला के मुफसिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह का रहनेवाला है। एके 47 के मामले में पटना में गिरफ्तार मंजी उर्फ़ मंजर आलम का वह रिश्तेदार है। 9 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस ने यूपी के मेरठ में हथियारों की एक अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में सैदुल्ला को गिरफ्तार किया गया था। AK- 47 की तस्करी के मामले में मंजर आलम उर्फ मंजी को पटना के नागेश्वर कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया था। मंजी, सैदुल्ला का रिश्तेदार है। मंजी ने पुलिस को बताया था कि सैदुल्ला अपना अलग ग्रुप चलाता है और पिछले कई साल से हथियारों की तस्करी में लगा है। सैदुल्ला पश्चिम बंगाल से ट्रक और ट्रेन के जरिये हथियार मंगाता है जिसको वह दिल्ली और यूपी में बेचता था।
दिल्ली में मिले AK-47 में नाम उछला था मंजी का
अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं मंजी ने सैदुल्ला के जरिये तो दिल्ली और आसपास के इलाके में हथियारों की बिक्री तो नहीं की ? मुंगेर के एसपी बाबू राम के मुताबिक 2014 में दिल्ली से एक AK- 47 बरामद किया था जिसमें पहली बार मंजी उर्फ मंजर आलाम का नाम सामने आया था। यह AK-47 राइफल मुंगेर में बनी थी। अगर दिल्ली और यूपी पुलिस इस मामले की जांच में कोई महयोग मांगेगी तो जरूर दिया जाएगा। मुंगेर पुलिस ने मंजर आलम को रिमांड ले रखा है। शनिवार को चेकअप के लिए मंजर को अस्पताल लाया गया था। इस दौरान एसपी ने इस केस से जुड़ी जानकारियां दीं।
मुंगेर से प्रशांत कुमार की रिपोर्ट