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नीतीश का मोदी सरकार से मोलभाव शुरु, बिहार को दें विशेष राज्य का दर्जा या स्पेशल पैकेज, तेजस्वी पर लगाम लगाने के लिए जदयू की मांग के ये हैं मायने

नीतीश  का  मोदी सरकार से मोलभाव शुरु, बिहार को दें विशेष राज्य का दर्जा या स्पेशल पैकेज, तेजस्वी पर लगाम लगाने के लिए जदयू की मांग के ये हैं  मायने

दिल्ली- केंद्र सरकार के शपथ ग्रहण के बाद पहली बार जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक  दिल्ली में हुई. इसमें बिहार को विशेष     जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किये गए..पहला, राजनीतिक और दूसरा संगठनात्मक। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) जी ने राज्यसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया.”

बैठक में आगामी चुनाव की चर्चा करते हुए कहा गया कि लोकसभा चुनाव में बिहार में संगठन के सभी स्तरों पर पार्टी पदाधिकारियों के साथ तालमेल और कार्यकर्ताओं के साथ निरंतर संवाद ने सफलता का मार्ग प्रशस्त हुआ इस रणनीति का प्रयोग हमें 2025 के विधानसभा चुनाव में भी मुस्तैदी से करना है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने वर्ष 2025 में जिन भी राज्यों में विधानसभा के चुनाव हों और जहां हमारे उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे, वहां प्रत्येक बूथ के लिए 5 से 10 कार्यकर्ताओं के नाम पहले से तय कर लेने का निर्णय लिया गया। बैठक में प्रखंड, अनुमंडल, जिला स्तर पर प्रभारियों की बैठक अथवा प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी आयोजित कराने का निर्णय लिया गया.

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य को एक विशेष पैकेज देने के विकल्प पर भी विचार कर सकती है. कार्यकारी अध्यक्ष पद पर अपनी नियुक्ति के बाद झा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार पर हमेशा ध्यान देते हैं और उम्मीद है कि विशेष दर्जे या पैकेज की मांग पूरी होगी.बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री रह चुके झा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी से की थी.  बाद में, वह जेडीयू में शामिल हो गए. वह जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य योजना परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं.

कार्यकारिणी की बैठक में पास किए गए प्रस्ताव में बिहार राज्य के आरक्षण को बचाने की भी बात कही गई है। हाल ही में राज्य में आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 65 फीदी किया गया था. जेडीयू के प्रस्ताव में कहा गया है कि यह कोटा संविधान के नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे जूडिशल स्क्रूटनी से बचाया जा सके और इसे लागू करने में दिक्कत का सामना ना करना पड़े.

नीरज कुमार ने कहा कि पार्टी ने राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक प्रश्नपत्र लीक मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने तथा परीक्षा में गड़बड़ी पर अंकुश लगाने के लिए संसद में कठोर कानून पारित करने की मांग की.

झा को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें भाजपा नेतृत्व के साथ अच्छे समीकरण के लिए जाना जाता है.वह राज्यसभा में पार्टी के नेता भी हैं. कभी भाजपा के दिवंगत नेता अरुण जेटली के करीबी रहे झा को जेडीयू का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने के बाद उन अटकलों को भी विराम लगने की संभावना है, जिनमें अक्सर यह दावा किया जाता रहा है कि नीतीश कुमार कभी भी पाला बदल सकते हैं.

पार्टी के वरिष्ठ नेता के. सी. त्यागी ने पत्रकारों से कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने घोषणा की कि वह अब हमेशा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन  का हिस्सा बने रहेंगे और उनके कहीं इधर-उधर जाने का सवाल ही नहीं उठता.


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