PATNA: बिहार के नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से हीं हड़ताल पर हैं. इस दौरान अब तक राज्य सरकार की तरफ से शिक्षकों से बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया. शिक्षक संघों के प्रतिनिधि लगातार सरकार से मांग करते रहे कि हमारी बात को सुनी जाए और हमारे साथ वार्ता हो, लेकिन राज्य सरकार ने शिक्षक संघ की मांग को सिरे से खारिज कर दिया.
अब शिक्षा मंत्री ने एक बार फिर से नियोजित शिक्षकों से अपील की है कि जो शिक्षक हड़ताल पर हैं वे अपना हड़ताल वापस ले लें और मानवता की सेवा में अपना योगदान दें.
शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने अपील किया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण आज समाज के सामने गंभीर संकट है .इस संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार के स्तर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इस विषम परिस्थिति में हम सभी लोगों का दायित्व है कि कोरोणा पीड़ितों की सेवा एवं महामारी दूर करने में अपना योगदान दें. इस कार्य में शिक्षकों की अहम भूमिका हो सकती है. इस पृष्ठभूमि में जो शिक्षक हड़ताल पर हैं उनसे यह अपील है कि वे हड़ताल को समाप्त करें और मानवता की सेवा में अपना योगदान दें.
वर्तमान में प्रभावी लॉक डाउन के कारण चुकी विद्यालय बंद है इसलिए हड़ताली शिक्षकों को व्हाट्सएप अथवा ईमेल के माध्यम से योगदान करने हेतु आवश्यक निर्देश निर्गत किए गए हैं. राज्य सरकार शिक्षकों की सेवा शर्त में सुधार हेतु संवेदनशील रही है, इसलिए शिक्षकों एवं शिक्षक संगठनों से अपील है कि वे विषम परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए हड़ताल से वापस आकर कार्य पर अपना योगदान दें.