अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर विपक्ष का मार्च, प्रदर्शन में राहुल-सोनिया शामिल, विपक्ष का वॉकआउट
दिल्ली- कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन का विरोध कांग्रेस लगातार कर रही है. कांग्रेस भाजपा पर विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगा रही है. वहीं मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को संसद में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी के निलंबन का मामला विपक्ष ने जोरदार ढ़ंग से उठाया. दोनो सदनों में विपक्ष के नेताओं ने हंगामा किया.शुक्रवार की दोपहर डेढ़ बजे विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में मार्च निकाला. इस मार्च में सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत सभी विपक्षी सांसद शामिल हुए.
अधीर रंजन के लोकसभा से निलंबन के विरोध में इंडिया महागठबंधन के सासंदों ने लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. वहीं कांग्रेस नेता और सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि हर सांसद को संसद में बोलने की स्वतंत्रता है, यदि बहुमत की शक्ति का दुरुपयोग करके किसी भी सांसद को इस प्रकार निलंबित किया जाए, तो यह लोकतंत्र के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.
वहीं राज्यसभा में अधीर रंजन चौधरी के निलंबन का मुद्दा उठा.राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी सदस्यों के निलंबन का मुद्दा उठाया तो मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति जगदीप धनखड़ से कहा, 'प्लीज मेरा माइक बंद न करें.' जैसे ही राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोलने के लिए उठे सभापति उन्हें रोकने लगे.खड़गे ने कहा कि हम तो इसमें विश्वास रखते हैं कि कल करने का है तो आज करो, आज करने का है तो अभी करो, पल में प्रलय होगा फिर करोगे कब.
बता दें मानसून सत्र में गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते समय कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एक विवादित बयान दिया.अधीर ने कहा, जहां राजा अंधा, वहां द्रौपदी का चीरहरण होता है,उनके इस बयान के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्रलाद जोशी ने चौधरी को सस्पेंड करने का प्रस्ताव दिया जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर लिया.