PATNA : बिहार में पार्टी और नेताओं का नया नाम देना चलन बन गया है। जैसे बीजेपी को बड़का झूठा पार्टी, नीतीश-तेजस्वी की जोड़ी को चाचा-भतीजा। अब इसमें एक और नाम जुड़ गया है “अफवाह मियां“। यह नामकरण राजद द्वारा पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के लिए किया गया है।
दरअसल, जिस तरह से सुशील मोदी लालू परिवार के किए घोटाले को लेकर नई-नई जानकारी साझा कर रहे है, उसके बाद राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए उनके लिए नया नाम “अफवाह मियां” कर दिया। इस दौरान शक्ति यादव ने लालू परिवार को लेकर सुशील मोदी के के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। शक्ति यादव ने सुशीलमोद जो आरोप लगा रहे हैं, वह पूरी तरह से गलत है।
बताते चलें कि लगातार दो दिनों से बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी लालू यादव तेजस्वी यादव सहित पूरे लालू परिवार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। दस्तावेजों के साथ पत्रकारों को लालू परिवार के घोटालों की कहानी सुना रहे हैं।
आज उन्होंने बताया कि किस तरीके से दिल्ली में तेजस्वी का बंगला उनके नाम हुआ। 4 लाख के बंगले की कीमत इस वक्त डेड करोड़ रुपए है। कैसे इस बंगले को बनाने के लिए पांच हीरा व्यवसायी से 5 करोड़ लिए गए। वो भी बिना किसी ब्याज के। सुशील कुमार मोदी ने लालू पर परिवार के भ्रष्टाचार के कच्चे चिट्ठों को सामने रखते हुए खुलासा किया कि फेक कंपनियां बनाकर लालू परिवार ने संपत्तियां अर्जित की हैं।
मिट्टी घोटाले पर उठाया सवाल
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के खुलासे के दौरान आरजेडी ने भी उनसे सवाल दागे। बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि भाजपा नेतासुशील मोदी अफवाह मियां हैं। शक्ति यादव ने उनसे ये सवाल पूछा है कि मिट्टी घोटाले की भ्रामक खबर जनता के बीच एक महीने तक परोसते रहे, लेकिन क्या हासिल हुआ। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी को जांच की रिपोर्ट जनता के सामने रखना चाहिए। शक्ति ने आगे कहा कि हजारों करोड़ के बेनामी संपत्ति की चर्चा की गई, तथ्य सामने आने के बाद सुशील मोदी चुप क्यों हैं?
सीबीआई को बीजेपी काबताया ‘सहयोगी पार्टनर’
बीजेपी सुशील कुमार मोदी और सीबीआई को आड़े हाथों लेते हुए शक्ति यादव ने सीबीआई को बीजेपी का सहयोगी पार्टनर बताया। आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि सहयोगी पार्टनर सीबीआई-ईडी जिस बंगले को चार लाख रुपए का बता रही है। उसका सोर्स और दस्तावेज देश और बिहार की जनता के सामने रखें। वरना सुशील कुमार मोदी इस्तीफा दे कर बिहार की जनता से माफी मांगे।